Asian Under 22 Boxing Championship में भारतीय मुक्केबाजों का दबदबा कायम

Asian Under 22 Boxing Championship में भारतीय मुक्केबाजों का दबदबा कायम
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पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं प्रीति उन सात भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं जिन्होंने यहां Asian Under 22 Boxing Championship के अंतिम दिन मंगलवार को स्वर्ण पदक जीते और भारत के कुल पदकों की संख्या को 43 पर पहुंचाया।

HIGHLIGHTS

  • Asian Under 22 Boxing Championship में प्रीति सहित सात भारतीय मुक्केबाजों ने जीता गोल्ड
  • Paris Olympics के लिए पहले ही कर चुके हैं क्वालीफाई
  • भारतीय मुक्केबाजों ने इस प्रतियोगिता में कुल 43 पदक जीते


प्रीति (54 किग्रा) ने पहले दौर में 0-5 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की और फाइनल में कजाकिस्तान की बजरोवा एलिना पर 3-0 से जीत दर्ज करके स्वर्ण पदक हासिल किया। भारतीय मुक्केबाजों ने इस प्रतियोगिता में 12 स्वर्ण, 14 रजत और 17 कांस्य पदक जीते तथा वह मेजबान कजाकिस्तान (48 पदक) के बाद दूसरे स्थान पर रहा। भारत को मंगलवार को पहला पदक विश्वनाथ सुरेश ने 48 किग्रा भार वर्ग में दिलाया। उन्होंने फाइनल में कजाकिस्तान के कराप येरनार को 5-0 से पराजित किया। निखिल ने 57 किग्रा भार वर्ग में कजाकिस्तान के साबिर येरबोलट को हराकर स्वर्ण पदक जीता। रेफरी ने यह मुकाबला तीसरे दौर में रोककर भारतीय मुक्केबाज को विजेता घोषित किया। आकाश गोरखा (60 किग्रा) ने कजाकिस्तान के रुसलान कुजेउबायेव पर 4-1 से जीत हासिल करके पुरुष वर्ग में भारत के लिए दिन का तीसरा स्वर्ण पदक जीता।
महिला वर्ग में पूनम पूनिया (57 किग्रा) और प्राची (63 किग्रा) ने क्रमशः कजाकिस्तान की साकिश एनेल और अनार तुर्सिनबेक को समान 4-1 के अंतर से हराया। मुस्कान (75 किग्रा) ने उज्बेकिस्तान की ज़ोकिरोवा अज़ीज़ा को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 3-2 से हराकर भारत को दिन का सातवां स्वर्ण पदक दिलाया। प्रीत मलिक (67 किग्रा), गुड्डी (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), सनेह (70 किग्रा) और अल्फिया पठान (81 किग्रा) को हालांकि रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारतीय अंडर-22 टीम ने सात स्वर्ण, पांच रजत और नौ कांस्य पदक सहित कुल 21 पदक जीते।

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