राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा को शनिवार को यहां तोक्यो ओलंपिक की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के बाद ट्विटर पर बधाई दी और उनकी प्रशंसा के पुल बांधे। चोपड़ा ने देश को ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में पहला ओलंपिक पदक दिलाया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘नीरज चोपड़ा की अभूतपूर्व जीत। आपके भाला फेंक में स्वर्ण पदक ने सभी रूकावटें तोड़ दीं और इतिहास रच दिया है। आपने अपने पहले ही ओलंपिक में भारत को पहला ट्रैक और फील्ड पदक दिलाया।आपकी उपलब्धि हमारे देश के युवाओं को प्रेरित करेगी। भारत उत्साहित है। बहुत बहुत बधाई। ’’
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘तोक्यो में इतिहास रचा गया। नीरज चोपड़ा ने आज जो हासिल किया है, उसे हमेशा याद रखा जायेगा। युवा नीरज ने असाधारण प्रदर्शन किया। वह काफी जुनून से खेला और उसने अद्वितीय संयम दिखाया। तोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतने के लिये उन्हें बधाई। ’’
History has been scripted at Tokyo! What @Neeraj_chopra1 has achieved today will be remembered forever. The young Neeraj has done exceptionally well. He played with remarkable passion and showed unparalleled grit. Congratulations to him for winning the Gold. #Tokyo2020 https://t.co/2NcGgJvfMS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 7, 2021
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘‘नीरज चोपड़ा। भारत का गोल्डन बॉय। भारत का ओलंपिक इतिहास रचा गया। आपका शानदार थ्रो ‘एक बिलियन चीयर्स’ का हकदार है। आपका नाम स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास में लिखा जायेगा। ’’
NEERAJ 🥇 CHOPRA
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) August 7, 2021
India’s 🇮🇳 Golden Boy !
India’s Olympic History has been scripted!
Your superbly soaring throw
deserves a Billion Cheers !
Your name will be etched in the history books with golden letters.#Tokyo2020 @Neeraj_chopra1 pic.twitter.com/Xe6OYlCedq
चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर पहला स्थान हासिल कर देश को दूसरा ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया। भारत को इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया था।
बिंद्रा ने ट्वीट किया , ‘‘नीरज चोपड़ा के लिये स्वर्ण पदक। इस युवा खिलाड़ी के सामने नतमस्तक हूं। आपने देश के सपने को पूरा किया। शुक्रिया। साथ ही क्लब (स्वर्ण पदक के) में आपका स्वागत है - इसकी बहुत जरूरत थी। आप पर बहुत गर्व है। मैं आपके लिये बहुत खुश हूं। ’’