भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को बीते मंगलवार बीसीसीआई ने 8 महीने के लिए क्रिकेट के सारे प्रारूपों से बैन कर दिया है। युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने भारतीय टीम में डेब्यू करते हुए शतकीय पारी खेली थी और इस साल चोट की वजह से भारतीय टीम से पृथ्वी शॉ बाहर हो गए थे। हालांकि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें दोबारा चोट लग गई जिसे वह अभी भी उबर रहे हैं।
प्रतिबंधित दवाई का सेवन करने पर पृथ्वी शॉ पर लगाया गया बैन
हालांकि पृथ्वी शॉ अपनी चोट से जल्दी उबर रहे हैं लेकिन वह क्रिकेट अब नवंबर तक नहीं खेल सकते। दरअसल डोपिंग टेस्ट में पृथ्वी फंस गए हैं जिसके बाद मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के साथ बीसीसीआई ने भी पृथ्वी पर 8 महीने का बैन लगा दिया है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान पृथ्वी शॉ ने इसी साल सैंपल दिया था और उस सैंपल में प्रतिबंधित दवाई का तत्व पाया गया। जिसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें बैन कर दिया। यह बैन फरवरी से शुरु किया है जो 15 नवंबर तक चलेगा।
बैन फरवरी से नवंबर तक रहेगा
पृथ्वी शॉ ने अनजाने में प्रतिबंधित दवाई ली थी जिसके बाद वह जांच में दोषी पाए गए हैं। ऐसे में बीसीसीआई ने उनपर एक बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें 8 महीने के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया है।
पृथ्वी शॉ के कैरियर के शुरुआती पड़ाव पर कुछ महीनों का ब्रेक लग गया है। पृथ्वी शॉ ने अपने ऊपर लगे बैन के बाद ट्विटर के जरिए एक भावुक संदेश साझा किया है।
पृथ्वी शॉ ने बैन के बाद किया भावुक संदेश
युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे आज पता चला है कि मैं नवंबर 2019 के मध्य तक क्रिकेट नहीं खेल पाउंगा। ये खांसी की दवाई में मौजूद एक प्रतिबंधित पदार्थ सामने आया है जिसे मैंने अनजाने में लिया है। जब मुझे गंभीर रूप से खांसी और जुकाम हो गया था जब मैं अपनी मुंबई टीम के लिए फरवरी 2019 में इंदौर में सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के दौरान खेल रहा था। मैं अपने पैर की चोट से वापसी कर रहा था। जो मुझे भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान लगी थी और मैं उस टूर्नामेंट से सक्रिय रूप से लौट रहा था। हालांकि खेलने के लिए मेरी उत्सुकता थी। मैंने इसके लिए काउंटर कफ सिरप लिया जिस पर मैंने सावधानी बरतने के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया।
— Prithvi Shaw (@PrithviShaw) July 30, 2019
पृथ्वी शॉ ने आगे लिखा, मैं पूरी ईमानदारी के साथ इसे स्वीकार करता हूं। जब मैं अभी भी चोट का सामना कर रहा हूं जो मुझे आखिरी टूर्नामेंट के दौरान लगी थी तो इस खबर ने मुझे हिला दिया था। मुझे इसे अपने स्ट्राइड में लेना है और मुझे उम्मीद है कि ये भारत में भी हमारी खेल बिरादरी के दूसरे लोगों को प्रेरित करेगा कि हमें एथलीटों के रूप में चिकित्सा संबंधी छोटी बीमारियों के लिए कोई दवा लेने में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है, भले ही दवा काउंटर पर उपलब्ध हो हमें हमेशा प्रोटोकाॅल का पालने करने की जरूरत है।
शॉ ने लिखा, मैं बीसीसीआई के समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं और मेरे निकट और प्रिय लोगों को भी, जो मेरे साथ हमेशा खड़े रहे। क्रिकेट मेरी जिंदगी है और भारत या मुंबई के लिए खेलने से बड़ा कोई गर्व नहीं है और मैं इससे भी तेज और मजबूत बनूंगा। आपके समर्थन के लिए आप सभी को फिर से धन्यवाद।