लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

क्विंटन डी कॉक ने नस्लवाद के विरुद्ध घुटने पर बैठने को लेकर भरी हामी, अपने बर्ताव के लिए हैं शर्मिंदा

दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर और बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ब्लैक लाइव्स मैटर का समर्थन करने के लिए घुटने पर बैठने को तैयार हो गए हैं।

दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर और बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ब्लैक लाइव्स मैटर का समर्थन करने के लिए घुटने पर बैठने को तैयार हो गए हैं। साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ किए गए अपने बर्ताव के लिए साथी खिलाड़ियों और फैन्स से माफी भी मांगी है। 
1635424985 untitled 14
दरअसल, डी कॉक ने टी-20 विश्व कप 2021 में वेस्ट इंडीज के विरुद्ध घुटने पर बैठकर नस्लवाद का साथ देने से इंकार कर दिया था और वो उस मैच में टीम का हिस्सा नहीं रहे थे। जिसके बाद माना जा रहा था कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है।
1635425045 16
क्विंटन डी कॉक ने अपने प्रशंसकों और अपने देशवासियों से माफी मांगी और कहा  मैं इसको कभी भी क्विंटन इशू नहीं बनाना चाहता था। अगर मेरे घुटने पर बैठने से लोग जागरूक होते हैं और उनकी जिंदगी बेहतर होती है तो मैं इसको खुशी-खुशी करने के लिए तैयार हूं। 
1635425053 untitled 15
मालूम हो कैरेबियाई टीम के खिलाफ मैच से एक दिन पहले क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने एक बयान जारी करते हुए कहा था, हम सर्वसम्मति से एक निर्देश जारी करने पर सहमत हुए हैं, जो मैच शुरू होने से पहले मैदान पर रंगभेद के खिलाफ सभी खिलाड़ियों के घुटने टेकने से संबंधित है।
1635425090 southafrica1 1635263218
इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि, जो मेरे साथ पले बढ़े और मेरे साथ खेले वे जानते हैं कि मैं किस तरह का इंसान हूं। मुझे क्रिकेटर के रूप में बहुत कुछ कहा जाता है। बेवकूफ,स्वार्थी,अपरिपक्व।
1635425186 17
डिकॉक ने कहा, लेकिन इनसे मुझे पीड़ा नहीं पहुंचती, लेकिन गलतफहमी पैदा होने के कारण नस्लवादी कहे जाने से मुझे गहरा दुख हुआ। इससे मेरा परिवार आहत हुआ। इससे मेरी गर्भवती पत्नी को दुख पहुंचा है। मैं नस्लवादी नहीं हूं। यह मेरे दिल की आवाज है। और जो मुझे जानते हैं कि वे जानते हैं कि मैं शब्दों का ताना बाना बुनने में माहिर नहीं हूं लेकिन मैंने यह समझाने की पूरी कोशिश की है कि मेरे कारण जो धारणा बनायी गयी उसके लिये मुझे वास्तव में खेद है। बता दें, दक्षिण अफ्रीका को अपना अगला मैच शनिवार को श्रीलंका से खेलना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

14 + 4 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।