भारत के पूर्व कोच और दिग्गज खिलाड़ी रवि शास्त्री ने विराट कोहली को सलाह दी है कि वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज़ में अपनी पुरानी आक्रामक शैली में लौटें। शास्त्री का मानना है कि अगर कोहली विपक्षी टीम से उलझेंगे और उन्हें चुनौती देंगे, तो इससे उनके खेल में नयापन आएगा।
कोहली, जो इस समय 36 साल के हैं, पिछले चार सालों में टेस्ट क्रिकेट में अपनी फॉर्म को लेकर जूझ रहे हैं। 2020 से अब तक उनका औसत सिर्फ 32 का रहा है, जिसमें उन्होंने 60 पारियों में सिर्फ दो शतक बनाए हैं। हालांकि, न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खेले गए टेस्ट में उनकी 93 रनों की पारी ने कुछ उम्मीदें जगाई हैं, लेकिन फॉर्म को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं।
शास्त्री ने ‘द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन’ से बात करते हुए कहा, “उम्र के साथ आप थोड़ा शांत हो जाते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इस सीरीज की शुरुआत में हम कोहली को फिर से उनके आक्रामक अवतार में देख सकते हैं। वो जब विपक्षी टीम के सामने डटकर खड़े होते हैं, तब उनका खेल निखरता है।”
उन्होंने आगे कहा, “ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में वो फिर से अपने जोश के साथ खेलेंगे। ये शुरुआत पर निर्भर करेगा। अगर वो शुरुआती 2-3 पारियों में अच्छा खेलते हैं, तो उनका पूरा सीजन शानदार जाएगा।”
प्रैक्टिस मैच रद्द करने पर शास्त्री का बयान
इस टेस्ट सीरीज़ से पहले भारत का ऑस्ट्रेलिया में इंडिया ए के खिलाफ प्रैक्टिस मैच खेलने का कार्यक्रम था, जिसे बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की चोटों को देखते हुए रद्द कर दिया। इसके बजाय टीम ने तीन दिन की मैच सिमुलेशन ट्रेनिंग का विकल्प चुना।
शास्त्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं प्रैक्टिस मैचों को प्राथमिकता देता हूं, चाहे वो दो दिन का हो या तीन दिन का। लेकिन टीम मैनेजमेंट को खिलाड़ियों की थकान और उनके फिटनेस स्तर का अंदाजा सबसे बेहतर होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के तुरंत बाद खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया आना पड़ा। हो सकता है कि टीम मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों की थकान को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया हो। अब देखना होगा कि ये फैसला कितना असरदार साबित होता है।”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट शुक्रवार से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होगा, जहां कोहली के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी।