भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने वेस्टइंडीज दौरे पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ इस दौरे में टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज तीनों में पंत ने एक ही अर्धशतक जड़ा है।
ऋषभ पंत की बल्लेबाजी जहां अच्छी नहीं हुई वहीं उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग से सबका मन जीता है। इस मामले में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पंत ने पीछे छोड़ दिया है। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज विकेट के पीछे आउट करने वाले ऋषभ पंत भारतीय विकेटकीपर बने हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पंत ने यह कीर्तिमान हासिल किया है।
जमैका टेस्ट में इशांत शर्मा की गेंद पर पंत ने क्रैग ब्रेथवेट का कैच पकड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि महज 11 टेस्ट मैचों में यह कारनामा पंत ने किया है। जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने यह कारनामा 15 टेस्ट मैचों में अपने नाम किया था।
पंत से आगे जॉनी बेयरस्टो, टिम पेन और मार्क बाउचर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50 विकेट के पीछे आउट करने के मामले में हैं। अपने 10वें टेस्ट में इन सभी विकेटकीपर ने यह कारनामा सभी ने दर्ज की थी।
इससे पहले पिछले साल दिसंबर में 21 साल के ऋषभ पंत ने एक टेस्ट मैच में 11 बल्लेबाजों का कैच विकेट के पीछे पकड़ कर इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। टेस्ट सीरीज में विकेट के पीछे सबसे ज्यादा 21 कैच पकड़कर पंत ऐसा करने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए थे।