इंदौर : मजबूत भारतीय टीम के कल यहां होने वाले दूसरे ट्वेंटी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में श्रीलंका पर दबदबा बरकरार रखने और तीन मैचों की सीरीज अपने नाम करने की पूरी उम्मीद है। श्रीलंकाई टीम की मुश्किलों का कोई अंत नहीं है जिन्हें कटक में टी20 सीरीज के शुरूआती मुकाबले में 93 रन की करारी शिकस्त का मुंह देखना पड़ा और यह नतीजा एकतरफा ही रहा जिसने कईयों को यह सवाल पूछने के लिये बाध्य कर दिया कि भारत का बार-बार इतनी कमजोर टीम से खेलना कितना तार्किक है। यह सीरीज अगले महीने में भारत के दक्षिण अफ्रीका के चुनौतीपूर्ण दौरे के लिये कोई अच्छी तैयारी साबित नहीं हुई है क्योंकि घरेलू टीम ने पसंदीदा परिस्थितियों में कमजोर टीम के खिलाफ दबदबा बनाये रखा।
भारतीय बल्लेबाजों ने कमजोर आक्रमण के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। रन और विकेट हमेशा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ते हैं लेकिन सवाल इस बात का है कि दक्षिण अफ्रीकी परिस्थितियों में इनका यह प्रदर्शन कितना मायने रखेगा। नियमित कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन तथा भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति के बावजूद श्रीलंकाई खिलाडय़रों को कोई राहत नहीं मिली जो अपने सीनियर जैसे एंजेलो मैथ्यूज पर ज्यादा ही निर्भर हैं। श्रीलंका के वरिष्ठ खिलाड़ भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों का सामना करने में जूझते रहे। लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसे मजबूत ढांचे ने मेजबानों के लिये एक अच्छी बेंच स्ट्रेंथ तैयार कर दी है। युजवेंद, चहल और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय पर्दापण करने के तुंरत बाद खुद के लिये जगह बनाने में सफल रहे। श्रीलंका को जरूरत है कि उसके कप्तान तिसारा परेरा, उपुल थरंगा और मैथ्यूज उदाहरण पेश कर नेतृत्व करें। ये लंबे समय से टीम का हिस्सा रहे हैं और अगर ये मजबूत प्रदर्शन करते हैं तो वे खिलाड़ियों में कुछ उत्साह और उम्मीद जगा सकते हैं।
दुष्मंत चामीरा और धनंजय डि सिल्वा जैसे खिलाड़ियों ने उम्मीद जगायी है तथा उन्हें निरंतर प्रदर्शन करने के लिये मार्गदर्शन की जरूरत है। भारत को इस श्रीलंकाई टीम पर दबदबा बनाने के लिये भारत को अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम की जरूरत नहीं है लेकिन उनका अच्छा प्रदर्शन करना आवश्यक है। उन्हें भले ही सफलता का बड़ श्रेय नहीं मिले लेकिन कमजोर टीम के खिलाफ असफलता निश्चित रूप से नकारात्मक साबित होगी। महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशर की भूमिका पर भी पिछले कुछ समय से सवाल उठ रहे हैं, उन्होंने कटक में चौथे स्थान पर भेजे जाने के बाद कुछ रन जुटाये और उनके इसी स्थान पर बल्लेबाजी करने की संभावना है ताकि वह दक्षिण अफ्रीका में वनडे और टी20 चुनौती से पहले मैच में काफी ओवर खेल सकें। श्रेयस अय्यर भी कोहली और धवन की अनुपस्थिति में कुछ रन जुटाना चाहेंगे। लोकेश राहुल भी अच्छी फार्म में हैं और भारतीय गेंदबाज भी दौरे की शुरूआत से अच्छी लय में हैं।
भारत के बल्लेबाजों में से श्रेयस अय्यर ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का जज्बा दिखाया है और लगातार रन बनाये है। श्रेयस को टीम में जगह पक्की करने के लिये अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील करना सीखना होगा। केएल राहुल ने भी टेस्ट टीम और वनडे में जगह नहीं मिलने के बाद दिखाया कि वह किसी भी मौके को भुनाने के लिये तैयार है। बल्लेबाजों को ड्रेसिंग रूम में धोनी का साथ मिल रहा है जिससे उनको आत्मविश्वास के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है। भारत इस मुकाबले में भी श्रीलंका को रौंदने को तैयार दिख रहा है।
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