जोहानिसबर्ग टेस्ट में आज चौथे दिन बारिश ने खेल का मजा किरकिरा कर दिया है जिससे आज जो मैच का फैसला आने वाला था उसमे हो सकता है थोड़ा और इंतज़ार करना पड़े। लेकिन जब भी मैच शुरू होता है सबकी नज़रे दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर पर रहने वाली हैं। उन्होंने मैच के तीसरे दिन अपनी बैटिंग से अपनी टीम की उम्मीदों को जिंदा रखा। उन्होंने तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर हर तरह के हमलों को सहा लेकिन विकेट नहीं फेंका।
एल्गर को कई बार गेंदों को अपने शरीर पर झेला और दर्द सहा लेकिन वो टिके रहे। कई मौकों पर भारतीय गेंदबाजों ने उन पर मौखिक हमले भी किए लेकिन साउथ अफ्रीकी कप्तान डिगा नहीं। वांडरर्स के मैदान में भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों के लिए डीन एल्गर सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। अगर यह बल्लेबाज टिका रहा तो मैच भारत की झोली से खिसक सकता है। अगर जल्दी निपट गए तो फिर भारत पूरी तरह हावी भी हो जाएगा।
डीन एल्गर अभी दक्षिण अफ्रीकी टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने अबतक 70 टेस्ट खेले हैं जिसमे उन्होंने 39.50 की औसत से 4425 रन बनाए हैं। वे अभी तक 13 शतक और 18 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। 199 रन उनका बेस्ट प्रदर्शन है। आंकड़े भले ही डीन एल्गर को महान बल्लेबाजों में शामिल करने की पैरवी नहीं कर पाते हो लेकिन इस बात में कोई शक नहीं है कि वे इस समय के सबसे जुझारू खिलाड़ियों में से हैं। आसानी से हार नहीं मानना उनके कैरेक्टर की अहम निशानी है। भारत को भी यह बात मालूम है। साल 2018 में वो ये बात देख चुके हैं तब जोहानिसबर्ग में ही डीन एल्गर ने अपनी बैटिंग से टीम इंडिया की जीत में देरी की थी।