क्रिकेट का सबसे बड़ा महाकुंभ आईपीएल का 12वां सीजन 23 मार्च से शुरू होगा। आईपीएल का पहला मैच चेन्नई सुपरकिंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच में खेला जाएगा। आईपीएल क्रिकेट खेल की ऐसी सीरीज है जिसमें पानी की तरह पैसा बहता है। आईपीएल में खेल के साथ ग्लैमलर भी मैदान पर दिखाई देता है।
आईपीएल में खिलाडिय़ों को खरीदने से लेकर टीम के प्रचार तक और आईपीएल की ओपनिंग से लेकर क्लोजिंग तक करोड़ों-अरबों रूपए उड़ाए जाते हैं। आईपीएल के हर मैच की हार-जीत पर सिनेमा से लेकर बिजनेस की दुनिया के दिग्गज गणित लगाते हुए नजर आते हैं। लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि शाहरुख खान से लेकर नीता अंबानी तक सारे ही अपनी टीमों पर पानी की तरह पैसा क्यों बहाते हैं।
जितने स्पॉन्सर्स होते हैं उतनी ही कमाई होती है
आईपीएल में जब खिलाडिय़ों की नीलामी होती है तो उस समय टीम के मालिक उनपर करोड़ों की बोली लगाते हैं। इतना ही नहीं टीम के मालिक अपने खिलाडिय़ों के ठहरने से लेकर उनके सारे आने-जाने और स्टाफ का पूरा खर्चा उठाते हैं। ऐसे में यह सवाल तो हम सब के मन में आता है कि उनकी कमाई या इस खर्चे की भरपाई कौन करता है और कैसे होती है।
बता दें कि आईपीएल की किसी टीम की कमाई का सबसे ज्यादा हिस्सा स्पॉन्सर्स से आता है। टीम के खिलाडिय़ों की जर्सी, क्रिकेट किट, जूते इन सारी चीजों का पैसा स्पॉन्सर्स देते हैं। टीम के मालिक से यह स्पॉन्सर्स संपर्क में रहते हैं और वह उन्हें पैसे देते हैं ताकि जो जर्सी और टोपी खिलाड़ी पहनते हैं उनपर उनकी कंपनी का लोगो दिखाई दे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टीम की 30 प्रतिशत कमाई इन्हीं स्पॉन्सर्स से आती है।
मीडिया राइट्स और बीसीसीआई
आईपीएल टीम फिल्मों की तर्ज पर मीडिया राइट्स के जरिए कमाई करती हैं। बीसीसीआई चैनल्स को आईपीएल की ब्रॉडकास्टिंग के मीडिया राइट्स को बेचता है। इससे जो भी कमाई होती है उसका सबसे बड़ा हिस्सा टीम के मालिकों के पास एक एग्रीमेंट के तहत जाता है।
टीमों की रैंकिंग के हिसाब से बीसीसीआई उन्हें प्रॉफिट शेयर करती है। जो टीमें फाइनल में पहुंचती हैं उन्हें सबसे ज्यादा पैसे मिलते हैं। खबरों के अनुसार हर टीम को मिलने वाली कमाई का 60 फीसदी हिस्सा इसी से मिलता है। बता दें कि आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स सोनी और ऑनलाइन ब्रॉडकास्टिंग राइट्स स्टार के पास हैं।
कमाई होती है टिकट की बिक्री से
टीमों की कमाई टिकट की बिक्री पर भी निर्भर होती है। मैदान पर जितने फैन्स आएंगे उतनी ही कमाई होगी। टीम फ्रेंचाइजी इस कमाई का कुछ हिस्सा स्टेट एसोसिएशन को भी देती है। मैच की टिकट की कमाई शहर और स्टेडियम की क्षमता पर भी देखी जाती है।
कमाई बढ़ती है सेलिब्रिटीज की वजह से
टीम में जितने बड़ खिलाड़ी होते हैं उतनी ही कमाई ज्यादा होती है। असल में तो सारी बात ब्रांड वैल्यू पर ही होती है। इस बात को आप ऐसे समझ सकते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली जैसे प्लेयर्स जिस टीम में होंगे। उस टीम को सॉपन्सर्स और इनवेस्टर ज्यादा मिलते हैं।
मैदान से लेकर पवेलियन में भी ब्रांड वैल्यू का बहुत असर पड़ता है। यानी अगर शाहरुखान, प्रीति जिंटा, रणवीर सिंह जैसे सेलिब्रिटी मैच देखने आते हैं तो टीवी से लेकर स्टेडियम तक दर्शक भी ज्यादा मिलते हैं।
ज्यादा वास्ता नहीं है प्राइज मनी से
आईपीएल की प्राइज मनी की बात करें तो वह 34 करोड़ रूपए है। अगर आप सह समझते हैं कि टीम के मालिक उस प्राइज मनी के बारे में सोचते हैं तो आप बिल्कुल ही गलत हैं।
क्योंकि टीम मालिक से दुगिनी किमत में खिलाड़ी को खरीदने में ही लगा देते हैं। प्राइज मनी को भी टीम की इनकम में ही जोड़ा जाता है। जो टीम हारती या जीती है यह रकम उसके खिलाडिय़ों को इन्सेंटिव के तौर पर मिलती है।