टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के वनडे मैच में बुधवार को अपनी पहली जीत हासिल की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही तीन मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा और अंतिम वनडे मुकाबला बीते बुधवार को कैनबरा में खेला गया है।ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में तीन विकेट अपने नाम दर्ज करके सबका दिल जीत लिया है। हालांकि शार्दुल ठाकुर को पहले दो वनडे में शामिल नहीं किया गया था,लेकिन अंतिम मैच में शार्दुल ने जो किया उसकी जितनी तारीफ की जाए वो शायद कम होगी।
टीम इंडिया ने शार्दुल की कारण ही अपनी लाज बचाई है नहीं तो ऑस्टे्रलिया के खिलाफ उसे 0-3 से करारी हार का सामना करना पड़ता। बता दें पिछले कुछ सालों से शार्दुल भारतीय टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं,मगर इस बात में कोई दोराए नहीं कि जब भी कप्तान कोहली शार्दुल ठाकुर के हाथ बॉल थमा देते हैं तो उनका अच्छा करने का दृढसंकल्प कम नहीं हुआ है।
इस बीच जब शार्दुल से यह सवाल किया गया कि वह ज्यादा मौके नहीं मिलने से परेशान होते हैं तब महाराष्टï्र के 29 वर्षीय इस खिलाड़ी ने जवाब देते हुए कहा,चयन मेरे हाथ में नहीं है। लेकिन हां यह बहुत जरूरी है कि मैं भारत के लिए जब भी खेलूं तो मैचों में जीत दिलाने की कोशिश करूं। क्योंकि मेरे दिमाग में यही होता है।
मैच को लेकर क्या बोले शार्दुल ठाकुर
अपको बता दें शार्दुल ठाकुर ने साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद सफेद बॉल से 27 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। तीन साल से ज्यादा वक्त में सिर्फ 12 वनडे में खेलने वाले ठाकुर का ने कहा, मैं जीतने के लिए खेलता हूं। मुझे नहीं लगता कि मुझे सिर्फ एक ही मैच मिल रहा है या फिर मैं किसी चोटिल खिलाड़ी की जगह खेल रहा हूं। एक बार जब आप मैदान में होते हो तो सभी खिलाड़ी सिर्फ मैच जीतने पर ध्यान लगाते हैं।
गौरतलब है भारतीय टीम अब टी 20 मैचों की श्रृंखला खेलने की शुरूआत करेगी,लेकिन इसके बारे में वह ज्यादा नहीं सोचना चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने कहा टीम बहुत पहले ही चुन ली गई थी। मैं टी-20 टीम का हिस्सा नहीं था इसलिए मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा था।