नई दिल्ली : खेल सामग्री बनाने वाली चीनी कंपनी लीनिंग ने विश्व और ओलंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय पीवी सिंधु से 50 करोड़ रुपये का करार कर ना सिर्फ़ सिंधु के खेल का मूल्यांकन किया है अपितु बैडमिंटन और ख़ासकर भारतीय बैडमिंटन को भी गौरवान्वित किया है। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर के बाद वह सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। सिंधु के बाद किदाम्बी श्रीकांत और साइना नेहवाल आते हैं।
लेकिन सिंधु की छलांग को दुनियाभर में हैरानी के साथ देखा जा रहा है। भले ही क्रिकेट खिलाड़ी वर्षों से करोड़ों कमा रहे हैं पर ओलंपिक खेलों से जुड़े खिलाड़ियों में सबसे ज़्यादा कमाई करने वालों में पीवी सिंधु पहले नंबर पर है। भले ही पहलवान सुशील कुमार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले अकेले खिलाड़ी हैं और योगेश्वर भी ओलंपिक पदक जीत चुके हैं परंतु कुश्ती में शायद बड़ी कंपनियों की रूचि नहीं है। निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा, मुक्केबाज़ मैरी काम, प्रोफेशनल मुक्केबाज़ विजेंद्र सिंह, टेनिस स्टार लिएंडर पेस आदि में से कोई भी सिंधु के आस-पास नहीं पहुंच पाया है।
खेल प्रेमी जानते हैं की रियो ओलंपिक में जब भारतीय खिलाड़ी पदकों के लिए तरस रहे थे तो साक्षी मलिक के कांस्य पदक और सिंधु के रजत पदक ने भारत का सम्मान बचा लिया था। इसके बाद सिंधु ने कभी मुड़ कर नहीं देखा और कई ख़िताबी जीत दर्ज कीं। तारीफ की बात यह है कि उसने चीन, कोरिया, जापान, इंडोनेशिया और तमाम देशों की महिला खिलाड़ियों पर दबदबा कायम किया। स्पेन की कैरोलीन उसकी टक्कर की एकमात्र प्रतिद्वंद्वी है, जोकि ओपलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
(राजेंद्र सजवान)