वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज विव रिचर्डस ने भारत और इंग्लैंड के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में स्पिन समर्थित पिच को लेकर चल रही बहस के बीच इस पिच का बचाव किया है। दरअसल अहमदाबाद के मोटेरा की नवनिर्मित पिच तब चर्चा का विषय बन गयी जब भारत ने इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट में दूसरे दिन ही 10 विकेट से करारी शिकस्त देकर चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 से बढ़त हासिल की। माइकल वान जैसे इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों और ब्रिटिश मीडिया के एक वर्ग ने इस पिच की कड़ी आलोचना की थी।
यह बहस रिचर्ड्स को अच्छी नहीं लगी जो अपनी बेपरवाह बल्लेबाजी के कारण दुनिया के हर क्षेत्र में सफल रहे थे। रिचर्डस ने अपने फेसबुक पेज पर वीडियो पोस्ट कर कहा, मुझसे भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेले गए टेस्ट को लेकर कई सवाल पूछे गए और मैं इस बात से थोड़ा परेशान हूं कि पिच को लेकर इतना घमासान क्यों मचा है। पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि स्पिन समर्थित पिच होना टेस्ट क्रिकेट का एक दूसरा पहलू है।
उन्होंने कहा, जो लोग इस पिच को लेकर घमासान मचा रहे हैं, मेरे विचार में उन्हें पता होना चाहिए कि कई बार तेज गेंदबाजों को मदद करने वाली पिचें होती है जहां गेंद काफी उछलती है जो बल्लेबाजों को दिक्कत देती है। कई बार बल्लेबाजों को इससे पार पाना होता है।
रिचर्डस ने कहा, लेकिन आपने यहां एक दूसरा पहलू देखा और मेरे ख्याल से इसलिए इसे टेस्ट क्रिकेट कहा जाता है क्योंकि यहां आपको हर एक चीज से स्पर्धा करनी होती है। अगर कोई विकेट को लेकर शिकायत कर रहा है कि इसमें ज्यादा स्पिन हो रही है तो उन्हें यह समझना होगा कि यह खेल का अलग पहलू है।
लोगों को यह भूलना नहीं चाहिए कि अगर आप भारत जा रहे हैं तो आपको ऐसी पिच मिलेंगी। आप ऐसी जगह जा रहे हैं जहां स्पिन वातावरण होता है। आपको इसके लिए तैयारी करने की जरुरत है। इंग्लैंड को तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच जो समय मिला है उसे उसका उपयोग करना चाहिए और यहां के वातावरण में खेलने की तैयारी करनी चाहिए।
रिचर्डस ने कहा, पिच को लेकर घमासान मचाने से अच्छा है कि इंग्लैंड तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच मिल रहे समय का उपयोग करे। तीसरा टेस्ट जल्दी खत्म होने से इंग्लैंड के लिए चीजों का आकलन करने का अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा, अगर मैं भारत में होता और मुझे पिच के लिए कोई तैयारी करनी होती हो मैं ऐसी ही पिच तैयार करता।