इंग्लैंड में होने वाले अगले विश्व कप पर नजरें लगाये भारतीय कप्तान विराट कोहली उन 20-25 खिलाड़ियों को जल्दी ही तलाश लेंगे जो टूर्नामेंट के लिये भारतीय टीम के कोर ग्रुप में होंगे। कोहली के सामने चयन की दुविधा होगी क्योंकि सीनियर गेंदबाज उमेश यादव, आर अश्विन और मोहम्मद शमी चयन के लिये उपलब्ध होंगे। दूसरी ओर अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे जूनियर खिलाड़ियों ने भी श्रीलंका पर 5-0 से मिली जीत में भूमिका निभाई है। कोहली ने कहा कि सबसे अच्छी बात पारदर्शिता है।
हम बात करेंगे और बतायेंगे कि 20-25 खिलाड़ी हैं जो विश्व कप के संभावितों में होंगे। सभी को अलग-अलग स्तर पर अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि विश्व कप टीम में जगह बनाने की कोशिश में जुटे स्पिनरों के लिये यह काफी कड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि गेंदबाजों के लिये और खासकर स्पिनरों के लिये यह चुनौतीपूर्ण होगा।
हम कोई कयास नहीं लगाना चाहते और हम चाहते हैं कि गेंदबाजी में भी हमारे पास एक्स फैक्टर हो। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि उनके खिलाड़ी बाहर होने का दुख मनाने की बजाय चुनौती का सामना कर रहे हैं। कोहली ने कहा कि इस टीम के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि खिलाड़ियों में जबर्दस्त खेलभावना है और वे चुनौतियों का सामना करने को तैयार रहते हैं। वे निराश होने की बजाय इसे चुनौती की तरह लेते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसे खिलाड़ी मिले हैं तो किसी फैसले पर खफा नहीं होते। इससे मेरा काम आसान हो जाता है। उन्होंने कहा कि हम विश्व कप का कोर ग्रुप जल्दी ही तलाश लेंगे।
आने वाली कुछ सीरीज हमारे लिये अहम होंगी ताकि टीम का सही संतुलन तलाशा जा सके। कोहली ने कहा कि भारतीय वनडे टीम में जगह पाने के लिये लचीलापन अहम होगा। उन्होंने कहाकि हमें ऐसे 11 खिलाड़ी चाहिये जो किसी भी समय बल्लेबाजी कर सके। हम दूसरों को आकलन का मौका नहीं देना चाहते लिहाजा कोई पैटर्न तय नहीं है।