रविवार के दिन जहां एक तरफ भारत ने श्रीलंका को आसानी से हराकर आठवीं बार एशियन चैंपियन बना तो वहीं दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका ने मेहमान ऑस्ट्रेलिया को 122 रन से करारी शिकस्त देकर 5 मैचों की वनडे सीरीज पर कब्जा जमाया। सीरीज पर कब्जा जमाने मेजबानों के लिए इतना आसान था नहीं क्योंकि वो सीरीज के शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया से काफी पिछे नजर आ रहे थे, हालांकि मेजबानों ने जबरदस्त कमबैक किया और सीरीज पर कब्जा जमाया।
कल दोनों देश के बीच जोहांसबर्ग के द वनडरर स्टेडियम में मुकाबला खेला गया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिशेल मार्श ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जो कि उन्हीं के ऊपर भारी पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने 50 ओवर में 9 विकेट खोकर बना दिए 315 रन, जिसमें एक बार फिर से एडेन मार्करम का बल्ला बोला और उन्होंने बनाए 93 रन। वहीं उनके साथी खिलाड़ी डेविड मिलर के बल्ले से आय़ा 63 रन। मार्को यानसेन ने भी 23 गेंदों पर 47 रन की पारी खेली और फिर अंत में फेलुकवायो ने 19 गेंदों पर 39 रन की आतिशी पारी खेली।
316 रन के लक्ष्य के सामने ऑस्ट्रेलिया शुरुआत से ही बेबस दिखा। एकमात्र खिलाड़ी मिशेल मार्श ने 56 गेंदों पर 71 रन की पारी खेली। उसके बाद लाबुशेन ने 44 रन बनाए औऱ अंत में सीन एबॉट ने 23 रन की संघर्ष करती हुई पारी खेली। मार्को यानसेन ने बल्ले के बाद गेंद से भी अपना जौहर दिखाया और अपने 8 ओवर में 39 रन देकर 5 विकेट चटकाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पहले पांच खिलाड़ियों को चलता कर साउथ अफ्रीका की जीत पक्की कर दी। इसके बाद बचा-खुचा काम केशव महाराज ने किया। उन्होंने विपक्षी टीम के चार खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखाया और सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
ऑस्ट्रेलिया मात्र 193 रन पर ऑल-आउट हो गई। पहले दोनों वनडे मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ने जीते थे, मगर फिर मेजबानों की जबरदस्त वापसी हुई और उन्होंने अंतिम लगातार तीन मुकाबले जीत लिए और सीरीज पर कब्जा जमा लिया। वनडे सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 3-0 से टी20 सीरीज में मात दी थी, जिसका बदला भी साउथ अफ्रीका द्वारा पूरा हो गया।