ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ लंबे वक्त बाद फिर से टीम की कमान संभालना की बात कही है। साल 2018 में हुए बॉल टैम्परिंग मामले में उन पर 1 साल का बैन लगाया गया था तब उनके हाथों से टीम की कप्तानी को छिन लिया गया था। वहीं स्मिथ पर क्रिकेट खेलने को लेकर 1 साल का बैन भी लगाया गया था,जबकि कप्तानी को लेकर दो साल का था। लेकिन हाल ही में स्मिथ ने फिर अपने दिल की बात कहते हुए कहा कि वह टीम की कप्तानी करने में रूचि रखते हैं।
क्या बोले स्मिथ…
स्टीव स्मिथ ने कहा है कि अगर उन्हें फिर से मौका मिलता है तो वह आस्ट्रेलिया की कप्तानी करना पसंद करेंगे।स्मिथ को 2018 में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में एक साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा था। इस कारण उन्हें अपनी कप्तानी भी गंवानी पड़ी थी। स्मिथ ने कहा, मैंने निश्चित तौर पर इस पर बहुत गहन विचार किया और अब मुझे लगता है कि मैं उस स्थिति में पहुंच गया हूं जहां मुझे फिर से मौका मिलता है तो उसके लिये उत्सुक रहूंगा।
गेंद से छेड़छाड़ के मामले के बाद टीम की हर हाल में जीत दर्ज करने के रवैये की समीक्षा की गयी। स्मिथ ने प्रतिबंध समाप्त होने के बाद एशेज 2019 में अपनी टीम की जीत में मदद की लेकिन कप्तानी की चर्चा से दूर रहे।अगर क्रिकेट आस्ट्रेलिया चाहता है और यह टीम के लिये सर्वश्रेष्ठ है तो निश्चित तौर पर इसमें मेरी दिलचस्पी होगी।
स्मिथ ने कहा कि यह विवाद ताउम्र उनके नाम के साथ जुड़ा रहेगा लेकिन वह इसे फिर से कप्तानी संभालने की राह में रोड़ा नहीं बनने देंगे। मैं टीम की कप्तानी करूं या न करूं मुझे केपटाउन की घटना के साथ जीना होगा। मैंने पिछले कुछ वर्षों में काफी कुछ सीखा है और एक इंसान के रूप में अधिक परिपक्व हुआ हूं।
स्मिथ ने कहा,मुझे लगता है कि अगर मौका मिलता है तो उसे संभालने के लिये बेहतर स्थिति में रहूंगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं तब भी टीम के कप्तान का उसी तरह से समर्थन जारी रखूंगा जैसे (टेस्ट कप्तान) टिम (पेन) और फिंची (वनडे कप्तान आरोन फिंच) का समर्थन करता रहा हूं।
बता दें बैन समाप्त होने के बाद से स्मिथ ने 13 टेस्ट में 1,341 रन बनाए हैं।स्मिथ ने इस अवधि में खेले 20 वनडे मैचों में 947 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं इसी दौरान वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 7,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने थे।