नई दिल्ली : पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज विक्रम राठौड़ की भारत ए और अंडर-19 टीम के बल्लेबाजी कोच के रूप में नियुक्ति पर हितों के टकराव का मामला प्रशासकों की समिति (सीओए) के संज्ञान में लाने के बाद रोक लगा दी गयी है। विक्रम राठौड़ को वायनाड में भारत ए के साथ अपना कार्यकाल शुरू करना था लेकिन अब उनकी नियुक्ति पर अनिश्चितकाल के लिये रोक लग गयी है।
राठौड़ वर्तमान में भारत अंडर-19 टीम के राष्ट्रीय चयनकर्ता आशीष कपूर के रिश्तेदार हैं और उनकी नियुक्ति हितों के टकराव का मामला बन सकता है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर सोमवार को कहा, ‘‘हां, सीओए ने विक्रम राठौड़ की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी लेकिन आज राठौड़ ने कपूर के साथ अपने संबंधों के बारे में लिखित घोषणा की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले पर (सीओए प्रमुख विनोद) राय से चर्चा की गयी। यह निष्कर्ष निकाला गया कि केवल नैतिक अधिकारी ही यह फैसला कर सकता है कि क्या राठौड़ का चतुष्कोणीय श्रृंखला के दौरान अंडर-19 टीम के साथ काम करना हितों के टकराव के समान है।’’ बीसीसीआई में नैतिक अधिकारी नहीं है और इसलिए माना जा रहा है कि राठौड़ की नियुक्ति से गलत संदेश जाएगा।
अधिकारी ने कहा, ‘‘नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किये गये हैं। सबा करीम ने ही राहुल द्रविड़ की सिफारिश पर उनकी नियुक्ति का फैसला किया था।’’ भारत ए के कोच द्रविड़ राठौड़ को भारत ए और अंडर-19 टीम से जोड़ना चाहते थे, लेकिन बीसीसीआई के क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम ने संभावित हितों के टकराव को लेकर सीओए को अवगत नहीं कराया।