कल यानी सुपर संडे को क्रिकेट फैंस को क्रिकेट का खूब लुत्फ उठाने को मिला।आईपीएल में रविवार को अहमदाबाद में खेले गए केकेआर और गुजरात टाइटंस के बीच मुकाबले में सब कुछ देखने को मिला। पहले विजय शंकर का आखिरी ओवर में हैट्रिक छक्के देखने को मिले तो उसके बाद लक्ष्य को डिफेंड करते हुए कप्तान राशिद खान की गेंद से हैट्रिक विकेट भी देखने को मिला इसके बावजूद चैंपियन गुजरात को हार का मुंह देखना पड़ा और इसका कारण बने केकेआर के बल्लेबाज रिंकू सिंह। जी हां ये वही रिंकू सिंह हैं जो एक समय पर केकेआर के लिए बस फील्डिंग किया करते थे लेकिन कल उन्होंने अपने बल्ले से मैच भी जिताया और कई रिकॉर्ड भी बनाए।
पहले बैटिंग करते हुए गुजरात की टीम ने विजय शंकर की धमाकेदार पारी के दम पर 20 ओवर में 204 रन बनाए। इसके बाद डिफेंड करते हुए 17वें ओवर में कप्तान राशिद खान ने एक ही ओवर में लगातार तीन विकेट लेकर केकेआर को बैकफुट पर ला दिया। राशिद ने सबसे पहले आंद्रे रसेल को आउट किया उसके बाद सुनील नारायण और फिर शार्दुल ठाकुर को। बता दें कि राशिद खान की टी20 क्रिकेट में यह चौथी हैटट्रिक है। लेकिन एक छोर पर रिंकू सिंह खड़े थे और उनके साथ उमेश यादव। रिंकू ने 19वें ओवर की अंतिम दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर स्कोर को 19 ओवर में 176 तक पहुंचाया।
आखिरी ओवर में जीत के लिए केकेआर को 29 रन चाहिए थे और स्ट्राइक पर उमेश यादव थे। ऐसा लगा गुजरात यह मैच जीत जाएगा, लेकिन उमेश ने यश दयाल की पहली गेंद पर ही सिंगल लेकर रिंकू सिंह को स्ट्राइक दी और इसके बाद जो हुआ शायद ही कोई भूल पाएगा। रिंकू ने यश दयाल की पांच गेंदों पर पांच छक्के लगाकर अपनी टीम को हरा हुआ मैच जिताया।
रिंकू सिंह की इस धमाकेदार पारी के बाद टीम के कप्तान नितीश राणा उनकी खूब तारीफ की और कहा “हमें भरोसा था क्यूंकि रिंकू ने पिछले साल ऐसा ही कुछ किया था, हालांकि हम वह मैच नहीं जीत पाए थे। जब दूसरा छक्का लगा तो हमारा विश्वास और बढ़ गया। लेकिन ऐसा कुछ 100 में से 1 बार होता है।
श्रेय रिंकू सिंह को जाता है। इस खेल से हमें जो दो अंक मिले हैं, वे उन्हीं की बदौलत हैं। लोगों ने मुझसे पूछा कि रिंकू सिंह को बड़ा रोल क्यों नहीं मिलता और वह हमेशा छोटा ही रोल करता है। मैं उन पत्रकारों से कहना चाहता हूं कि अगर यह दूसरा रोल है तो सोचिए कि वह पहले रोल के साथ क्या कर सकते हैं। पिछले मैच में उन्होंने एक अलग भूमिका निभाई थी और उन्होंने इसे बखूबी निभाया। मेरे पास रिंकू की इस पारी को बयान करने के लिए लिए शब्द नहीं हैं।”