सेंचुरियन : आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कल दूसरे एक दिवसीय मैच में कप्तान फाफ डु प्लेसिस के बगैर उतर रही मेजबान टीम की फिटनेस समस्याओं का फायदा उठाना चाहेगी। भारत ने डरबन में पहला वनडे छह विकेट से जीतकर छह मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढत बना ली । इस हार के साथ दक्षिण अफ्रीका का अपनी सरजमीं पर फरवरी 2016 से चला आ रहा लगातार 17 जीत का सिलसिला थम गया। डरबन की हार के बाद दक्षिण अफ्रीका को दूसरा झटका लगा जब कप्तान डुप्लेसिस उंगली की चोट के कारण बाहर हो गए । उन्हें पहले वनडे में चोट लगी थी और स्कैन से पता चला कि उन्हें फ्रेक्चर है। वह वनडे श्रृंखला और टी20 श्रृंखला दोनों नहीं खेल सकेंगे ।
इससे पहले एबी डिविलियर्स को भी तीसरे टेस्ट के दौरान उंगली में चोट लगी थी लेकिन वह पहले तीन वनडे से ही बाहर हैं । मेजबान टीम ने बल्लेबाज फरहान बेहार्डियेन की वनडे टीम में वापसी कराई है । पहले खायेलिहले जोंडो को उन पर तरजीह दी गई थी। विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिच क्लासेन को भी किंटोन डिकाक के बैकअप के रूप में रखा गया है । किंटोन खराब फार्म से जूझ रहे हैं और पहले मैच में 49 गेंद में 34 रन बनाये । डिकाक को बाहर करना मुश्किल है लेकिन क्लासेन को शामिल करके टीम प्रबंधन ने कड़ा संकेत दे दिया है । सेंचुरियन वनडे से पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम प्रबंधन के खिलाफ एक और समस्या है हालांकि वनडे श्रृंखला के बाकी मैचों के लिये अभी कप्तान का ऐलान नहीं हुआ है ।
डिविलियर्स ने जिम्बाब्वे के खिलाफ एक चार दिवसीय टेस्ट में कप्तानी की थी । वैसे पूर्व कप्तान हाशिम अमला को भी जिम्मा सौंपा जा सकता है । भारत यदि 2-0 की बढत बना लेता है तो दक्षिण अफ्रीका वनडे में नंबर वन की रैंकिंग गंवा देगा । भारत को एक दिवसीय प्रारूप में नंबर वन के ताज तक पहुंचने के लिये श्रृंखला 4-2 से जीतनी होगी । भारत का इस मैदान पर रिकार्ड अच्छा रहा है और 11 वनडे में से यहां उसने चार जीते जबकि पांच हारे हैं । इसी मैदान पर भारत ने 2003 विश्व कप में पाकिस्तान को हराया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां पांच वनडे में से भारत ने दो जीते और दो हारे हैं ।
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