नई दिल्ली: विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम फिरोजशाह कोटला मैदान में पिछले 30 वर्षों के अपने अपराजेय रिकॉर्ड को बरकरार रखते हुए श्रीलंका के खिलाफ होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट में भी जीत हासिल कर सीरीज कब्जाने के इरादे से उतरेगी। भारत ने पिछले 30 वर्षों में इस मैदान में 11 टेस्टों में 10 जीते हैं और एक ड्रा खेला है। इस आंकड़े से साबित हो जाता है कि कोटला मैदान पर भारतीय टीम का सिक्का किस कदर चलता है।
कोटला मैदान पर पहला टेस्ट 10 नवम्बर 1948 को खेला गया था जो ड्रा रहा था। आजादी के एक साल बाद कोटला मैदान पर खेले गए इस मैच से अब तक इस मैदान पर भारत ने 33 टेस्ट टेस्ट खेले हैं जिसमें से उसने 13 जीते है और छह हारे हैं। इन 13 जीत में से 10 जीत तो भारत को पिछले 30 वर्षों में मिली हैं।
श्रीलंकाई टीम ने कोटला मैदान पर 2005 में एकमात्र बार टेस्ट मैच खेला है जिसमें उसे 188 रन से करारी पराजय का सामना करना पड़ा था। श्रीलंका ने कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट में साढ़े तीन दिनों तक सराहनीय संघर्ष दिखाया था लेकिन आखिरी दिन श्रीलंका ने घुटने टेक दिए थे और टीम हार के कगार पर पहुंच कर बच गयी थी। नागपुर में दूसरे टेस्ट में श्रीलंकाई टीम को साढ़े तीन दिन के अंदर पारी और 239 रन से अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।