हैमिल्टन : मौजूदा सत्र में सफलता के कई झंडे गाड़ने वाली भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को सीरीज के तीसरे और अंतिम टी20 मैच को जीत कर विदेशी सरजमीं पर एक और नयी इबारत लिखना चाहेगी। पिछले तीन महीने भारतीय टीम के लिए शानदार रहे हैं। इस दौरान भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम की। इसके बाद टीम ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को उनके घर में हराकर द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज में फतह हासिल की।
भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर मौजूदा सत्र का समापन पहली बार न्यूजीलैंड में द्विपक्षीय टी20 सीरीज में जीत के साथ करना चाहेगी। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और ऐसे में रविवार का दिन प्रशंसकों के लिए ‘सुपर संडे’ होगा। हैमिल्टन मैदान की पिच से हालांकि भारत को सावधान रहना होगा। इस मैदान पर चौथे एकदिवसीय मैच में ट्रेंट बोल्ट की अगुवाई में स्विंग गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से न्यूजीलैंड ने भारत की पारी को महज 92 रन पर समेट दिया था।
रविवार को हालांकि परिस्थितियां अलग तरह की होंगी और टीम के लिए विदेशी सरजमीं पर चुनौतीपूर्ण हालात में एक और सीरीज जीतने से बड़ी प्रेरणा शायद ही कुछ और हो। भारतीय तेज गेंदबाज खलील अहमद ने रविवार को अच्छे प्रदर्शन का भरोसा जताते हुए कहा कि हमने हैमिल्टन में खेला है और जहां तक पिच की बात है तो इसमें कुछ आश्चर्य चकित करने वाली चीज नहीं होगी।। इसके अलावा दूसरे टी20 को जीतने के बाद अंतिम मैच के लिए हमारा आत्मविश्वास ज्यादा होगा।
हमने पहले मैच में की गयी गलतियों में सुधार किया है। भारत पहले दो टी20 में एक ही टीम के साथ उतरा और अंतिम मैच में भी वही संयोजन बरकरार रखना चहेगा। टीम प्रबंधन अगर कोई बदलाव करना चाहेगा तो युजवेन्द्र चहल की जगह कुलदीप को मौका मिल सकता है। खेल के इस प्रारूप में टीम ने हालांकि ज्यादातर मौके पर चहल पर भरोसा जताया है। भारतीय गेंदबाजी इकाई पिछले मैच के अपने अच्छे प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी जहां उसने टिम सेफर्ट को आउट करने के बाद लय हासिल की थी।
क्रुणाल पांड्या एक बार फिर पिछले दो मैचों के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे। इस टीम में क्रुणाल को हालांकि सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में नहीं माना जाता लेकिन कड़ी मेहनत और अनुशासन के दम पर वह इस संयोजन का अहम हिस्सा बन गये हैं। तेज गेंदबाजी की कमान अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और युवा खलील अहमद के हाथों में होगी। टीम के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा टी20 मुकाबलों में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गये हैं।
वह तीसरे मैच में अपनी पारी को वहीं से शुरू करना चाहेंगे जहां 29 गेंद में 50 रन की उनकी पारी खत्म हुई थी। सलामी बल्लेबाजी में उनके जोड़ीदार शिखर धवन ने भी आकलैंड में फार्म में आने के संकेत दिये। मध्यक्रम की जिम्मेदारी अनुभवी महेन्द्र सिंह धोनी के कंधो पर होगी और टीम ऋषभ पंत से एक और अच्छी पारी की उम्मीद करेगी। न्यूलीलैंड का ध्यान बीच के ओवरों में बेहतर बल्लेबाजी करने पर होगा।
कप्तान केन विलियमसन एकदिवसीय में अपनी ख्याति के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सके थे और दिग्गज रोस टेलर भी भारत के खिलाफ निरंतर प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। गेंदबाजी की बात करें तो टिम साउथी पहले टी20 में प्रभावशाली थे जबकि दूसरे में वह औसत गेंदबाज दिखे। तेज गेंदबाजी में उनके जोड़ीदार स्काट के. भी प्रभाव छोड़ने में असफल रहे।