भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के नवनियुक्त कोच हरेंद्र सिंह ने अपनी नयी भूमिका को लेकर खुशी जताते हुये कहा है कि यह उनके लिये सम्मान की बात है और वह अब महिला हॉकी को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लक्ष्य पर काम करेंगे। गत वर्ष जूनियर पुरूष हॉकी टीम को विश्व विजेता बना चुके हरेंद्र ने सीनियर महिला टीम का कोच बनाये जाने के बाद कहा, ”पिछले कुछ दिन काफी अहम रहे। लेकिन अब आगे बढऩे का वक्त आ गया है। महिला सीनियर टीम की पूर्ण जिम्मेदारी मिलना मेरे लिये सम्मान की बात है। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे इस पद तक पहुंचाया है।”
हरेंद्र ने कहा, ”मैं अपने स्टाफ के साथ अब नये और युवा खिलाड़यिों के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं। हम टीम को हर संभव तरीके से अच्छा माहौल दिलाने का प्रयास करेंगे और इसके बदले हमें उम्मीद रहेगी कि खिलाड़ी भी उतना अच्छा प्रदर्शन करें और टीम को शीर्ष तक ले जाने के लिये काम करें।” जूनियर टीम के साथ सख्त और बेहद परिश्रमी कोच के रूप में अपने काम के लिये पहचान पाने वाले नये कोच ने कहा, ”मैंने जो अनुभव अभी तक जूनियर पुरूष टीम के साथ साझा किया है वैसे ही मैं अब महिला टीम के साथ भी काम करूंगा और मेरा
यही एकमात्र लक्ष्य है।
मुझे पता है कि हम दोबारा इस राह पर चल सकते हैं।” कोच हरेंद्र ने नये खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, भारतीय खेल प्राधिकरण(साई), हॉकी इंडिया को भी उन्हें दिये गये समर्थन के लिये धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के कोच वाल्टरूसनोर्बेटस मारिया मरीने को देश की सीनियर पुरूष हॉकी टीम का नया मुख्य कोच जबकि जूनियर टीम के कोच हरेंद्र को सीनियर महिला टीम का नया कोच बनाया गया है।
साई और हॉकी इंडिया ने की गुरूवार को हुई संयुक्त बैठक में यह फैसला लिया था। हरेंद्र वर्ष 2008 और 2009 में सीनियर पुरूष हॉकी टीम के मुख्य कोच भी रह चुके हैं और अपनी सख्त कोचिंग के लिये प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा हरेंद, वर्ष 2009 और 2010 में राष्ट्रीय कोच भी रहे। उन्हें लेवल -तीन का सर्टिफिकेट हासिल है। वह जल्द ही महिला सीनियर टीम के मुख्य कोच का पदभार संभालेंगे।