पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया महिला टीम पूरी तरह से मेजबानों पर भारी पड़ी. पूरे सीरीज में मेहमान टीम का बोलबाला रहा. इस टीम ने अंतिम मुकाबले को भी अपने नाम कर सीरीज को 4-1 से अपने नाम किया. हरमनप्रीत कौर की टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने पूरी तरह से पस्त दिखाई थी.
9 दिसंबर से शुरू हुए इस 5 मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले मुकाबले से ही बढ़-चढ़ कर बोलना शुरू कर दी थी. वहीं दूसरा मुकाबला भारतीय टीम ने ड्रा करा दिया और फिर सूपर ओवर में जीत हासिल कर ली. दूसरे मुकाबले में भारतीय महिलाओं को पहली और आखिरी जीत मिली. इसके बाद हुए तीनों ही मुकाबलों में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने अपने सामने भारतीय स्टार्स को टिकने नहीं दी.
कल सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया, जिसमें क्रिकेट फैंस को उम्मीद थी कि भारतीय टीम भले ही सीरीज हार गई हो पर अंत जीत से करेगी, पर ऐसा नहीं हुआ. भारतीय टीम ने एक बार फिर से लोगों को निराश किया। टॉस जीतकर हरप्रीत कौर ने मेहमान टीम को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दी, जिसका फायदा ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं ने जमकर उठाया। इस टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में अपने सिर्फ 4 विकेट खोकर 196 रन बनाएं।
हालांकि इस टीम की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। ओपनिंग जोड़ी बेथ मुनी और लिचफील्ड महज 2 और 11 रन बनाकर सस्ते में आउट हो गई. इसके बाद फर्स्ट डाउन पर बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान टीम की कप्तान और विकेटकीपर तहलिया मैकग्रा पारी को संभालने की कोशिश की और 26 गेंदों पर 26 रन ही बना कर वापस पवेलियन की ओर चल दी. वहीं इस टीम ने मुकाबले में अपने चारों विकेट खोने के बाद जबरदस्त वापसी की. मिडिल ऑर्डर की बल्लेबाज ऐशलेघ गार्डनर नाबाद 32 गेंदों पर 66 रन और ग्रेस हैरिस 35 गेंदों पर 64 रन की पारी खेलकर टीम को एस मजबूत टोटल दी. दोनों ने मिलकर 62 गेंदों पर 129 रन की अटूट साझेदारी निभाई और स्कोरबोर्ड पर 196 लिख दिया.
इस बड़े लक्ष्य के आगे भारतीय टीम पहले ही ओवर में घुटने टेक दी, जब स्मृति मंधाना इंनिंग के चौथे ही गेंद पर 1 चौका लगाकर पवेलियन की ओर चलती बनी. वहीं विस्फोटक खिलाड़ी शेफाली वर्मा भी मात्र 13 रन ही बना सकी और गार्डनर की गेंद पर आउट हो गई. हरलीन देओल ने भी तेज खेलकर पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, मगर 16 गेंदों पर 24 रन बनाकर रन आउट हो गई. इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत 12, रिचा घोष 10, देविका वैद्य 11, राधा यादव 0 पर सस्ते में लगातार आउट होती जा रही थी. वहीं दीप्ति शर्मा अकेले एक छोड़ पर खड़े होकर 34 गेंदों पर 53 रन की पारी खेली, मगर टीम के बाकी खिलाड़ियों का साथ ना मिलने की वजह से वो लक्ष्य भेदने में असफल रही. भारतीय टीम अपने सारे विकेट खोकर 20 ओवर में कुल 142 रन ही बना पाई.
इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर ऐशलेघ गार्डनर ने कमाल का प्रदर्शन किया. इस खिलाड़ी को पांचवें मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच तो मिला ही, इसके साथ ही साथ प्लेयर ऑफ द सीरीज बी चुना गया. गार्डनर ने इस पूरे सीरीज में अपने बल्ले से 115 रन और 7 विकेट हासिल की.