नॉटिंघम टेस्ट में जीत के बाद भारत ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में वापसी कर ली है। लेकिन अभी भी शीर्षक्रम के फेल होने से भारत को एक मजबूत अोपनिंग जोडी की तलाश है। सीरीज में अभी 2 मैच शेष बचे है। ऐसे में बीसीसीआई ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले चौथे और पांचवें टेस्ट के लिए जब बुधवार को टीम इंडिया का ऐलान किया तो इस टीम में 18 वर्षीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ का नाम भी शामिल था। पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी का नाम इस टीम में शामिल किया गया है जबकि मुरली विजय और कुलदीप यादव को टीम से बाहर किया गया है।
पृथ्वी शॉ की भारतीय टीम में एंट्री पर फैंस ने भी खुशी जाहिर की है लेकिन क्या आपको पता है कि पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने इसकी भविष्यवाणी 10 साल पहले ही कर दी थी। जब पृथ्वी शॉ 8 साल के थे तब एक छोटे से टूर्नाेंमेंट में वो खेलने उतरे थे, सचिन तेंदुलकर ने जब इस बच्चे को वहां बल्लेबाजी करते देखा तभी वो समझ गए थे कि ये खिलाड़ी काफी आगे जाने वाला है। सचिन ने उसी समय भविष्यवाणी कर दी थी कि ये बल्लेबाज एक दिन भारत के लिए खेलेगा। सचिन ने अपने APP ‘100 MB’ में इसका खुलासा किया है।
सचिन तेंदुलकर ने अपने APP के जरिए फैंस के साथ लाइव कार्यक्रम के दौरान कहा, ’10 साल पहले मेरे एक दोस्त ने मुझे पृथ्वी को देखने के लिए कहा था। मेरे दोस्त ने मुझसे कहा था कि मैं एक बार पृथ्वी को देखूं और बताऊं कि कहां-कहां उसे सुधार की जरूरत है। मैं कुछ सेशन उसके साथ बिताए और उसे खेल सुधारने के तरीके बताए। बाद में मैंने अपने उस दोस्त से कहा था कि ये लड़का एक दिन भारत के लिए खेलेगा।’
सचिन ने ये भी बताया कि उन्होंने उस दौरान पृथ्वी को क्या सलाह दी थी। इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘मैंने उसको बताया कि उसे अपनी ग्रिप या स्टांस बदलने की जरूरत नहीं है चाहे कोच कुछ भी कहें। अगर कोई कोच तुमसे ऐसा करने को कहे तो उससे बोलना कि वो मुझसे आकर बात करे। कोचिंग अच्छी बात है लेकिन खिलाड़ियों पर कुछ ज्यादा ही प्रयोग करना अच्छा नहीं है।’
Prithvi Shaw पृथ्वी शॉ ने बाद में अपना असली धमाल आज से पांच साल पहले मुंबई स्कूल क्रिकेट की हैरिस शील्ड ट्रॉफी में दिखाया था। उस समय 14 साल के पृथ्वी शॉ ने 330 गेंदों पर 546 रनों की विश्व रिकॉर्ड पारी खेलकर सबको चौंका दिया था।
बाद में उन्हें अंडर-19 क्रिकेट टीम में जगह मिली और उसके बाद 2017 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में उनकी अगुवाई में युवा भारतीय टीम ने खिताब भी जीता। फिर घरेलू क्रिकेट में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए इस खिलाड़ी ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का दिल जीत लिया।
पृथ्वी को पहली बार खेलते हुए देखने के बाद तेंडुलकर ने अपने मित्र से कहा था, ‘तुम देख रहे हो? यह भविष्य का भारतीय खिलाड़ी है।’ इस साल 18 साल के पृथ्वी की कप्तानी में भारत ने अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता। उन्होंने 14 प्रथम श्रेणी मैचों में 7 शतक की मदद से 56.72 की औसत के साथ 1418 रन बनाए हैं। इंग्लैंड में इंडिया ‘ए’ की तरफ से खेलते हुए शॉ ने 10 पारियों में 600 रन बनाए।
पृथ्वी शॉ की खास बात ये है कि इन्होंने सचिन तेंदुलकर की तरह ही कम उम्र में काफी सफलता हासिल कर ली है. जैसे आचरेकर ने सचिन की प्रतिभा को पहचान लिया था। उसी तरह सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ की प्रतिभा को जान लिया था ।