फीफा टूर्नामेंट में भारत की ओर से अंडर-17 विश्व कप में पहला गोल करने वाले जैकसन सिंह थोना ओजाम का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य फिलहाल अपने खेल में सुधार करके आई लीग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है क्योंकि उन्हें अभी और सफलतायें हासिल करनी हैं।एआईएफएफ की डेवलपमेंट टीम इंडियन एरोज ने देश की आई लीग में फिर से वापसी की है, जिसमें भारत की अंडर-17 और अंडर-19 खिलाड़ियो का मिश्रण है।
जैकसन ने हाल में देश में आयोजित फीफा अंडर-17 विश्व कप में कोलंबिया के खिलाफ ग्रुप लीग मैच में भारत के लिये फीफा के टूर्नामेंट में देश के लिये पहला गोल दागा था।यह पूछने पर कि क्या इस गोल के बाद उनके जीवन में कुछ बदलाव हुआ है तो उन्होंने कहा, नहीं, ऐसा कोई फर्क नहीं पड़ है। सारी चीजें वैसी ही सामान्य है।क्या अब लोग उन्हें पहचानने नहीं लगे हैं तो इस पर मुस्कुराते हुए जैकसन ने कहा, जी हां, ये तो हुआ है। अब लोग पहचान जाते हैं। यह जो सम्मान मिलता है, वो अच्छा है।
मुझे भी अच्छा लगता है। भारत के लिये फीफा टूर्नामेंट में पहला गोल करना सचमुच शानदार था, मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ था। अंडर-17 विश्व कप टीम का खेलना और मेरा गोल करना सभी यादगार है जो काफी दिनों तक बरकरार रहेगा। मणिपुर के इस डिफेंसिव मिडफील्डर ने कहा कि वह अब इसके बारे में नहीं सोचते क्योंकि वह भविष्य में और भी सफलतायें हासिल करना चाहते हैं जिसके लिये उन्हें बीते प्रदर्शन के बजाय वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना होगा जो अभी आई लीग खेलना है।
उन्होंने कहा, अब विश्व कप खत्म हो गया है और अब चीजें अलग हैं। आई लीग का अनुभव अलग ही होगा।उनके भविष्य के लक्ष्य के बारे में पूछने पर जैकसन ने सहजता से कहा, मैं सिर्फ वर्तमान पर ही ध्यान लगाता हूं। अभी मैं इंडियन एरोज के साथ अपने प्रदर्शन पर ध्यान लगाये हूं, अगले लक्ष्य के बारे में इस टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद ही सोचूंगा। फिलहाल मैं अपने खेल को निखारकर अपनी टीम के लिये आई लीग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं।