लंदन : भारत को तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने की अपनी राह में पहली बड़ी चुनौती रविवार को यहां आस्ट्रेलिया से मिलेगी तथा आईसीसी विश्व कप के इस महत्वपूर्ण मैच में कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की रणनीतियों की भी कड़ी परीक्षा होगी।
भारत ने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका पर छह विकेट से आसान जीत दर्ज की जबकि पिछले दो महीने में खेल में लगातार सुधार करने वाले आस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ पेशेवर रवैया दिखाया। कैरेबियाई टीम के खिलाफ उसने खराब स्थिति से उबरकर जीत दर्ज की थी।
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के निलंबन के कारण एक साल तक जूझने के बाद लगता है कि आस्ट्रेलियाई टीम ने सही समय पर अपनी कमियों को दूर किया है और वह उसी तरह का प्रदर्शन कर रही है जैसा कि किसी पांच बार की विजेता टीम को करना चाहिए।
यह निश्चित तौर पर भारत के लिये चिंता का विषय होगा जिसे इन दोनों टीमों के बीच पिछली द्विपक्षीय श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा था। भारत अब भी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में उचित संयोजन की तलाश में है।
धोनी के दस्तानों पर रहेगी नजर
भारत ने इस विश्व कप में अपना अभियान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार जीत के साथ शुरू किया था लेकिन धोनी के विकेटकीपिंग दस्तानों पर लगे भारतीय सेना के बलिदान बैज को लेकर उठे विवाद ने मामला गरमा दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस विवाद में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इस मामले में लचीलापन दिखाने की अपील की थी लेकिन आईसीसी ने भारतीय बोर्ड का आग्रह सिरे से ठुकरा दिया था।
अब धोनी अपने दस्तानों के साथ तो खेलेंगे लेकिन उन्हें इस चिन्ह को ढकने के लिए उस पर बैज लगाना होगा। अब यदि धोनी कल के मैच में इन दस्तानों के साथ उतरते हैं तो उन्हें आईसीसी की फटकार का सामना करना पड़गा। रविवार को मैच शुरू होने पर भारत के क्षेत्ररक्षण करते समय सभी निगाहें धोनी के दस्तानों पर रहेंगी कि वह बलिदान के चिन्ह को किस तरह ढक कर आते हैं।
धोनी के लिए यह मैच आत्मसम्मान की लड़ाई से कम नहीं होगा। देश के लिए गर्व के साथ खेलने वाले धोनी इस मैच में बहुत कुछ साबित करना चाहेंगे।
नाइल टीम में जगह को लेकर आश्वस्त नहीं
आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी आलराउंडर नाथन कूल्टर नाइल ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ 92 रन की मैच विजेता पारी खेलने के बावजूद वह भारत के खिलाफ होने वाले विश्व कप मैच के लिये अंतिम एकादश में जगह बनाने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। कूल्टर नाइल से जब पूछा गया कि क्या वह अपनी जगह पक्की मानते हैं, उन्होंने कहा, ‘‘नहीं। मैंने 70 रन दिये और मुझे कोई विकेट नहीं मिला।’
उन्होंने क्रिकेट आस्ट्रेलिया से कहा, ‘‘हमारे दो विश्वस्तरीय तेज गेंदबाज बाहर रहे। मैं रन बनाने के लिये टीम में नहीं हूं। उम्मीद है कि शीर्ष क्रम ऐसा करेगा। इसलिए अगर अगले मैच के लिये मुझे टीम से बाहर किया जाता है तो मुझे हैरानी नहीं होगी।’ कूल्टर नाइल ने कहा कि मैं विकेट लेने के लिये टीम में हूं और पिछले दो मैचों में मैं विकेट नहीं ले पाया हूं। इसलिए हमें देखना है कि हमें कैसे आगे बढ़ना है।
कंगारुओं को परेशान कर सकता है बुमराह
आस्ट्रेलिया की वर्तमान टीम जसप्रीत बुमराह की तेज गेंदबाजी से अधिक परेशान हो सकती है। भुवनेश्वर कुमार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे स्पैल में प्रभावशाली दिखे और उन्होंने तब दो विकेट लिये थे। अगर भारत कलाईयों के दोनों स्पिनरों को रखने का फैसला करता है और शमी को टीम में लाता है तो फिर भुवनेश्वर को बाहर बैठना होगा।