चेस्टर ली स्ट्रीट : आईसीसी विश्व कप में किसी करिश्मे का इंतजार कर रही श्रीलंकाई टीम सोमवार को होड़ से बाहर हो चुकी वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी आखिरी बची उम्मीदों के लिये उतरेगी। श्रीलंका को पिछले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नौ विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जिससे उसे गहरा झटका लगा है और अब उसके लिये सेमीफाइनल में जगह बनाने की राह लगभग समाप्त हो चुकी है, लेकिन बाकी बचे दोनों मैचों में जीत और अन्य टीमों के परिणामों के हिसाब से उसे फिलहाल मुकाबले से बाहर नहीं किया जा सकता है।
श्रीलंकाई टीम ने सात मैचों में दो जीते हैं और तीन हारे हैं जबकि दो रद्द रहे थे जिसके बाद वह तालिका में छह अंक लेकर सातवें नंबर पर है। तालिका में आस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के बाद फिलहाल तीन स्थानों पर भारत, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान हैं लेकिन चौथे पायदान को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है जिस पर कई टीमों के बीच संघर्ष चल रहा है। दूसरी ओर विंडीज की टीम मुकाबले से पहले ही बाहर है और उसके पास खोने के लिये कुछ नहीं है, लेकिन वह श्रीलंका के लिये करो या मरो के मुकाबले में उसे जरूर बाहर पहुंचा सकती है।
विंडीज को अपने आखिरी मैच में भारत के हाथों 125 रन से एकतरफा हार झेलनी पड़ी थी जबकि इंग्लैंड को 20 रन से हरा मेजबान टीम के समीकरण बिगाड़ने वाली श्रीलंकाई टीम अपने आखिरी मैच में अफ्रीकी टीम से एकतरफा अंदाज में हार गयी जो निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गयी है। दिमुथ करूणारत्ने की टीम के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है, खासकर टीम के बल्लेबाज बड़े स्कोर और अहम मौकों पर साझेदारियां कर पाने में असमर्थ रहे हैं।
विंडीज टीम के चुनौतीपूर्ण गेंदबाजों के सामने कप्तान का प्रयास बल्लेबाजी में सुधार पर लगा होगा। कुशल परेरा पिछले पांच मैचों में 38.2 के औसत से 191 रन बनाकर टीम के शीर्ष स्कोरर हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। टीम में केवल तीन ही बल्लेबाज हैं जिन्होंने इस विश्वकप में अर्धशतक लगाये हैं इसमें कप्तान करूणारत्ने दूसरे बल्लेबाज हैं जो दो अर्धशतकों के साथ 180 रन बनाकर दूसरे शीर्ष स्कोरर हैं।