टोक्यो ओलंपिक 2020 की शुरुआत 23 जुलाई से होने वाली है, लेकिन इससे पहले कोरोना वायरस के मामलों ने चिंताएं बढ़ा दी है। ओलंपिक खेल गांव में रह रहे दो खिलाड़ियों सहित कुल तीन खिलाड़ियों को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया है। तोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने रविवार को यह जानकारी दी। यह पहला अवसर है जब खेल गांव में रह रहे खिलाड़ियों को संक्रमण हुआ है।
आयोजकों ने खिलाड़ियों की पहचान उजागर नहीं की है। तीसरा खिलाड़ी खेलों के लिए नामित होटल में ठहरा हुआ है।आयोजन समिति ने कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की जो सूची जारी की है उसके अनुसार दिन में कुल 10 मामले सामने आए। इनमें खेलों से संबंधित पांच व्यक्ति, एक ठेकेदार और एक पत्रकार भी शामिल है। समिति के रिकार्ड के अनुसार खेलों से जुड़े कोविड मामलों की संख्या अब 55 पर पहुंच गई है।
आयोजकों ने यह नहीं बताया है कि दोनों संक्रमित खिलाड़ियों को खेल गांव में ही रखा गया है या उन्हें किसी अन्य स्थान पर पृथकवास पर भेजा गया है। खेल गांव में एक दिन पहले ही एक व्यक्ति का परीक्षण पॉजिटिव पाया गया था। यह खिलाड़ी नहीं था। इस व्यक्ति को खेल गांव से बाहर पृथकवास पर रखा गया है।
भारतीय एथलीटों का पहला जत्था टोक्यो रवाना
टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय दल का पहला जत्था शनिवार देर रात जापान के लिए रवाना हुआ और आज सुबह तोक्यो पहुंचा। जिसमें पुरुष और महिला हॉकी टीमों के सदस्य, विश्व चैंपियन शटलर पीवी सिंधु और तीरंदाजी टीम शामिल थे। 88 के बैच में 54 एथलीट, सपोर्ट स्टाफ और भारतीय ओलंपिक संघ के प्रतिनिधि शामिल थे। आठ खेलों के एथलीट और सहयोगी स्टाफ – तीरंदाजी, हॉकी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, जूडो, जिम्नास्टिक और भारोत्तोलन – इस बैच का हिस्सा थे, जिसमें दो हॉकी टीमें का सबसे बड़ा हिस्सा था।
ओलंपिक खेल 23 जुलाई से शुरू होंगे लेकिन इन्हें खाली स्टेडियमों में ही आयोजित किया जाएगा क्योंकि जापान की राजधानी में लगातार वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में यहां प्रतिदिन 1000 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, केवल उन गणमान्य व्यक्तियों और अन्य अधिकारियों को ही आयोजन में प्रवेश की अनुमति दी गई, जिनकी कोविड परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक थी।
कोविड-19 महामारी के नियमों को ध्यान में रखते हुए, सभी एथलीटों को हर समय अपने मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना था। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, आईओए अध्यक्ष नरिंदर ध्रुव बत्रा और इसके महासचिव राजीव मेहता ने उन्हें औपचारिक विदाई दी।
ठाकुर ने कहा, जब आप ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने जाते हैं, तो यह आपके लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होता है। यह आपके अनुशासन, ²ढ़ संकल्प और समर्पण के कारण संभव हुआ है और इसीलिए आप यहां टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ठाकुर ने आगे कहा, मुझे यकीन है कि जब आप मैदान पर होंगे, आप अपनी पूरी ऊर्जा, ²ढ़ संकल्प और प्रेरणा के साथ वहां होंगे। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा, कृपया एक खुले दिमाग के साथ जाएं। 135 करोड़ भारतीय आपके साथ हैं, उनकी शुभकामनाएं और आशीर्वाद आपके साथ हैं।
कुल मिलाकर, 127 भारतीय एथलीटों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है, जो एक रिकॉर्ड है। इससे पहले रियो ओलंपिक में 117 एथलीट हिस्सा ले चुके हैं। शूटिंग, सेलिंग और रोइंग रीम पहले ही टोक्यो पहुंच चुके हैं और उनमें से कुछ ने अपना अभ्यास भी शुरू कर दिया है।
टोक्यो मेट्रोपॉलिटन सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक निर्णय के अनुसार, भारत से टोक्यो पहुंचने वाले एथलीटों को तीन दिनों के स्पेशल क्वारंटीन से गुजरना होगा। भारत के अलावा, 11 अन्य देशों के एथलीटों को स्पेशल क्वारंटीन संगरोध के लिए चुना गया है क्योंकि उनके देश में नोवेल कोरोनावायरस का एक अलग रूप है।