लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

Tokyo Olympics : हाथ जला, कैरियर हो सकता था खत्म पर पूजा रानी ने पेश किया जीत का जज्बा

दो बार की एशियाई चैम्पियन भारतीय मुक्केबाज पूजा रानी (75 किग्रा) ने बुधवार को यहां ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए शुरूआती मुकाबले में अल्जीरिया की इचरक चाएब को 5-0 से पराजित कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।

दो बार की एशियाई चैम्पियन भारतीय मुक्केबाज पूजा रानी (75 किग्रा) ने बुधवार को यहां ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए शुरूआती मुकाबले में अल्जीरिया की इचरक चाएब को 5-0 से पराजित कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। तीस साल की भारतीय ने पूरे मुकाबले के दौरान अपने से 10 साल जूनियर प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा बनाये रखा।
हरियाणा की मुक्केबाज दाहिने हाथ के सीधे दमदार मुक्कों से नियंत्रण बनाये हुए थीं और उन्हें चाएब के रिंग में असंतुलन का भी काफी फायदा मिला। तीनों राउंड में रानी का दबदबा रहा जबकि चाएब भी अपना पहला ओलंपिक खेल रही थीं लेकिन वह मुक्के सही जगह नहीं जड़ पा रही थीं। रानी ने पूरी बाउट के दौरान जवाबी हमले किये जबकि चाएब भी दमदार मुक्के लगाने का प्रयास कर रही थीं लेकिन वे अपने लक्ष्य से चूकते रहे।
रानी अब 31 जुलाई को क्वार्टरफाइनल में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता, दो बार की एशियाई चैम्पियन और पूर्व विश्व स्वर्ण पदक विजेता चीन की लि कियान से भिड़ेंगी। चीन की 31 साल की मुक्केबाज का पूजा के खिलाफ रिकार्ड शानदार है। वह भारतीय मुक्केबाज को 2014 एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में और पिछले साल जोर्डन में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में भी हरा चुकी हैं।
रानी का ओलंपिक का सफर काफी मुश्किलों से भरा रहा है। वह कंधे की चोट (2017) से जूझती रहीं जिससे उनका करियर खत्म होने का भी डर बना हुआ था, उनका हाथ भी जल गया (2016) था। वित्तीय सहयोग की कमी के बावजूद वह यहां तक पहुंची हैं। उनके पिता पुलिस अधिकारी हैं जो उन्हें इस खेल में नहीं आने देना चाहते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि मुक्केबाजी आक्रामक लोगों के लिये ही है।
उन्होंने कहा था, ‘‘मार लग जायेगी। मेरे पिता ने यही कहा था। उन्होंने कहा था कि यह खेल मेरे लिये नहीं है क्योंकि उन्हें लगता था कि मुक्केबाजी केवल आक्रामक (गुस्सैल) लोग ही करते हैं। ’’ गुरूवार को छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) प्री क्वार्टरफाइनल में कोलंबिया की इनग्रिट वालेंसिया के सामने होंगी जिससे यह भारतीय मुक्केबाज दो बार भिड़ चुकी हैं और दोनों बार जीत दर्ज की थी।
पुरूषों के वर्ग में पदार्पण कर रहे सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) प्री क्वार्टरफाइनल चरण में जमैका के रिकार्डो ब्राउन से भिड़ेंगे। एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सतीश सुपर हेवीवेट वर्ग में भारत की ओर से कट हासिल करने वाले पहले मुक्केबाज हैं। खेलों के लिये क्वालीफाई करने वाले नौ मुक्केबाजों में से मनीष कौशिक (63 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा) और आशीष चौधरी (75 किग्रा) शुरूआती दौर के मुकाबले हारने के बाद बाहर हो गये हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fourteen − seven =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।