अंडर-19 वर्ल्डकप के फाइनल में इंग्लैंड को हारकर भारत ने पांचवी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है। शनिवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से शिकस्त दी।
𝙄𝙣𝙙𝙞𝙖 𝙐19 𝘼𝙧𝙚 𝙏𝙝𝙚 #𝙐19𝘾𝙒𝘾 2022 𝘾𝙃𝘼𝙈𝙋𝙄𝙊𝙉𝙎! 🔝 🏆
A fantastic performance by #BoysInBlue as they beat England U19 by 4⃣ wickets in the Final! 🙌 🙌 #INDvENG
This is India’s FIFTH Under 19 World Cup triumph. 👏 👏
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— BCCI (@BCCI) February 5, 2022
आपको बता दे ग्यारह साल पहले मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर महेंद्र सिंह धोनी ने छक्का लगाकर भारत को विश्व कप जिताया था और ठीक उसी अंदाज में दिनेश बाना ने इंग्लैंड के खिलाफ अंडर 19 विश्व कप फाइनल में छक्का लगाकर खिताब भारत की झोली में डाला ।
कोरोना से लेकर बाकी छह टीमों तक भारत के अश्वमेधी अभियान को कोई नहीं रोक सका और एक बार फिर इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम ने अपने दबदबे पर मुहर लगा दी ।
भारत बना 5वीं बार वर्ल्ड चैंपियन
भारत की जीत के सूत्रधार रहे पांच विकेट लेने के बाद उम्दा बल्लेबाजी करने वाले राज बावा, बायें हाथ के तेज गेंदबाज रवि कुमार और जुझारू अर्धशतक जड़ने वाले निशांत सिंधू । इनके प्रदर्शन के दम पर भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार अंडर 19 विश्व कप जीत लिया ।
टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे कामयाब टीम भारत ने इंग्लैंड को 44.5 ओवर में 189 रन पर आउट कर दिया था। बावा ने 9.5 ओवर में 31 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि बायें हाथ के तेज गेंदबाज रवि कुमार ने 34 रन देकर चार विकेट चटकाये ।
जवाब में भारत ने छह विकेट खोकर 14 गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया । एक समय पर भारत के चार विकेट 97 रन पर गिर चुके थे और आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शतक लगाने वाले कप्तान यश धुल 17 रन पर आउट हो गए । लेकिन निशांत सिंधू (54 गेंद में नाबाद 50) और बावा (35) ने 67 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से निकाला ।
उपकप्तान शेख राशिद ने लगातार दूसरे मैच में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 50 रन बनाये । आखिर में दिनेश बाना ने जेम्स सेल्स को लगातार दो छक्के जड़कर 48वें ओवर में ही भारत को लक्ष्य तक पहुंचा दिया ।
इससे पहले इंग्लैंड को जेम्स रीयू (95) ने शर्मनाक स्कोर पर सिमटने से बचाया । भारत ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाये । इंग्लैंड के लिये रीयू और जेम्स सेल्स (नाबाद 34) ने आठवें विकेट के लिये 93 रन की साझेदारी की ।
यश धुल की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को दूसरे ही ओवर में झटका दिया जब रवि ने जैकब बेथेल (दो) को सस्ते में आउट किया । शुरूआती झटके के बावजूद जॉर्ज थॉमस ने राजवर्धन हंगरगेकर के अगले ओवर में एक छक्के और दो चौकों समेत 14 रन निकाले । रवि ने एक बार फिर भारत को सफलता दिलाते हुए इंग्लैंड के कप्तन टॉम प्रेस्ट को पवेलियन भेजा । प्रेस्ट खाता भी नहीं खोल सके और इंग्लैड के दो विकेट चौथे ओवर में 18 रन पर निकल गए ।
रवि ने पहले दो ओवर में दो विकेट लिये ।
दूसरे छोर पर थॉमस ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखते हुए रवि को दो चौके लगाये । हंगरगेकर ने पहले स्पैल में 19 रन दिये जिसके बाद भाारतीय कप्तान धुल ने गेंदबाजी में बदलाव किया । उन्हें कामयाबी भी मिल जाती लेकिन बावा की गेंद पर स्लिप में कौशल ताम्बे ने थॉमस का कैच छोड़ा ।
इंग्लैंड को इस समय पर बड़ी साझेदारी की जरूरत थी लेकिन वह बन नहीं रही थी । बावा ने थॉमस को खराब शॉट खेलने पर मजबूर किया और गेंद कवर पर धुल के हाथों में गई।
इंग्लैंड का स्कोर 11वें ओवर में तीन विकेट पर 37 रन था । स्कोर 50 रन होने से पहले विलियम लक्सटन ने बावा की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे दिया । जॉर्ज बेल को बावा ने विकेट के पीछे दिनेश बाना के हाथों लपकवाया ।
इसके बाद रेहान अहमद ने बावा की गेंद पर पहली स्लिप में ताम्बे को कैच दिया । आफ स्पिनर ताम्बे ने एलेक्स हर्टोन को धुल के हाथों लपकवाया । उस समय इंग्लैंड 100 रन से सात रन पीछे थी । इसके बाद रीयू और जेम्स सेल्स ने पारी को संभााला ।