नागपुर : अर्थव ताइदे (72) और गणेश सतीश (87) के शानदार अर्धशतकों की मदद से रणजी चैंपियन विदर्भ ने शेष भारत को पांचवें और अंतिम दिन शनिवार को पहली पारी की बढ़त के आधार पर पराजित कर ईरानी कप का अपना खिताब बरकरार रखा। विदर्भ ने इस तरह रणजी ट्राफी और ईरानी कप का डबल लगातार दूसरे वर्ष पूरा किया। विदर्भ के कप्तान फैज फजल ने पूरी पुरस्कार राशि पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के परिवारों को दान करने की घोषणा की।
विदर्भ को जीत के लिए 280 रन का लक्ष्य मिला था और उसने मैच ड्रा समाप्त होने तक पांच विकेट पर 269 रन बनाए थे। विदर्भ की जीत तो उसी समय तय हो गई थी जब उसने शेष भारत के 330 रन के जवाब में पहली पारी में 425 रन बनाकर बढ़त हासिल कर ली थी। शेष भारत ने कल अपनी दूसरी पारी तीन विकेट पर 374 रन पर घोषित कर विदर्भ के सामने 280 रन का लक्ष्य रखा था। विदर्भ ने एक विकेट पर 37 रन से आगे खेलना शुरु किया और मैच ड्रा समाप्त होने तक पांच विकेट पर 269 रन बनाए।
विदर्भ सीधी जीत हासिल करने के करीब था लेकिन गणेश सतीश के टीम के 269 रन पर आउट होने के बाद दोनों टीमों के कप्तानों ने ड्रा के लिए हाथ मिला लिया। विदर्भ ने पिछले साल भी पहली पारी के बढ़त के आधार पर ईरानी कप का खिताब जीता था। विदर्भ ने सात विकेट पर 800 रन बनाने के बाद अपनी पारी घोषित की थी और शेष भारत को 390 रन पर आउट कर खिताब जीता था। शेष भारत की खिताब जीतने की उम्मीदें इसी बात पर टिकी थीं वह विदर्भ को ऑल आउट करे लेकिन ताइदे और सतीश की अर्धशतकीय पारियों ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
ताइदे ने 185 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 72 रन बनाए जबकि सतीश ने 168 गेंदों पर 87 रन में नौ चौके और एक छक्का लगाया। विदर्भ ने सुबह जब खेलना शुरु किया तो संजय रघुनाथ 17 और ताइदे 16 रन पर नाबाद थे। रघुनाथ का विकेट 116 के स्कोर पर गिरा। रघुनाथ ने 131 गेंदों पर 42 रन में चार चौके और एक छक्का लगाया। रघुनाथ और ताइदे ने पहले विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी की। लेग स्पिनर राहुल चाहर ने रघुनाथ को पगबाधा किया। ताइदे 185 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 72 रन बनाकर चाहर की गेंद पर पगबाधा हुए।
ताइदे का विकेट 146 के स्कोर पर गिरा। सतीश ने मोहित काले के साथ चौथे विकेट के लिए 83 रन की साझेदारी कर शेष भारत को मुकाबले से बाहर कर दिया। काले ने 90 गेंदों पर 37 रन में पांच चौके लगाए। काले का विकेट 229 के स्कोर पर गिरा। काले को धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने आउट किया। सतीश पांचवे बल्लेबाज के रुप में 269 के स्कोर पर आउट हुए। उन्हें पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर हनुमा विहारी ने अपने पहले ओवर की पहली ही गेंद पर आउट कर दिया। इसके बाद दोनों कप्तान ड्रा के लिए सहमत हो गए।