भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उन्हें पता है कि टेस्ट मैच के लिए चुनी गयी अंतिम 11 खिलाड़ियों की टीम पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन सभी फैसले ‘टीम के हितों को ध्यान में रख कर’ किये जाते हैं। भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेली जा रही श्रृंखला के अपने पहले मुकाबले वेस्टइंडीज के खिलाफ 318 रन से जीत दर्ज की। इस मैच के लिए टीम में दिग्गज आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को जगह नहीं दिये पर काफी चर्चा हुई थी। सुनील गावस्कर ने इसे ‘आश्चर्यचकित करने वाला’ फैसला बताया था।
टीम में जगह पाने वाले इकलौते स्पिनर रविन्द्र जडेजा ने हालांकि अपनी उपयोगिता साबित की। जडेजा पहली पारी में अर्धशतक बनाने के बाद दो विकेट चटकाकर कप्तान के फैसले को सही साबित किया। कोहली ने कहा कि हम सब चर्चा करके तय करते हैं कि टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ क्या होगा। अंतिम 11 पर हमेशा चर्चा हो सकती है लेकिन लोगों को पता है कि यह टीम के हित में है। अनुभवी रोहित शर्मा की जगह युवा हनुमा विहारी को टीम में जगह देने का कोहली का फैसला भी सही रहा। आंध्र के इस बल्लेबाज ने दूसरी पारी में 93 रन बनाये।
उन्होंने पहली पारी में भी 32 रन बनाये और बल्लेबाजी में सहज दिखे। कोहली ने कहा कि विहारी को इसलिए जगह मिली क्योंकि यह टीम संयोजन के लिए जरूरी था। कई बार ओवर रेट को पूरा करने के लिए कामचलाऊ गेंदबाज की जरूरत होती है। सीमित ओवरों के क्रिकेट की तरह टेस्ट में जसप्रीत बुमराह अपनी फार्म और फिटनेस के शीर्ष पर थे जिसके लिए कप्तान ने उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बुमराह के काम के बोझ का प्रबंधन जरूरी है इसलिए वह विश्व कप के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में नहीं खेले।
जब तक विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चल रही है तब तक वह हमारे मुख्य खिलाड़ियों में से एक होंगे। कोहली ने कहा कि (मोहम्मद) शमी और इशांत (शर्मा) पर हमेशा भरोसा किया जा सकता है। उमेश (यादव) भी टीम के साथ है और नवदीप (सैनी) टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इनके काम के बोझ का प्रबंधन जरूरी है। भारतीय कप्तान ने 80 और 102 रन की पारी खेल मैन आफ द मैच चुने गये अजिंक्य रहाणे की भी तारीफ की। जिंक्स (रहाणे) दोनों पारियों में शानदार रहे। केएल (लोकेश राहुल) और विहारी ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। हमें मैच में तीन-चार बार वापसी करनी पड़ी, आस्ट्रेलिया दौरे के बाद से हम सकारात्मक रूप से आगे बढ़े हैं।