भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह ने भारत के लिए कई शानदार पारी खेलनी है जिसकी बदौलत उन्होंने भारत को इंटरनेशनल क्रिकेट में कई मैच जीताए हैं। विश्व कप 2007 में युवराज सिंह ने भारत को विश्व कप जीताने में अहम भूमिका निभाई थी। आईपीएल टी20 लीग युवराह सिंह के लिए बहुत शानदार रहा है।
आईपीएल 2019 में युवराज सिंह मुंबई इंडियंस की तरफ से खेल रहे हैं और अब तक दो मैचों में युवी ने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले मैच में युवराज सिंह ने अर्धशतकीय पारी खेली थी तो वहीं दूसरे मैच में अपनी टीम को मैच जीताने में अहम भूमिका निभाते हुए तूफानी 23 रन बनाए थे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ इस मैच में युवराज सिंह ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के एक ओवर में उन्होंने लगातार तीन छक्के जड़े थे।
मुझे स्टुअर्ड ब्रॉड जैसा महसूस हुआ: चहल
मुंबई और बैंगलोर के बीच में बीते गुरुवार मैच खेला गया जिसमें बैंगलोर की पारी के 14वें ओवर में युजवेंद्र चहल तीसरा ओवर करने आए थे और उनके सामने क्रीज पर तब युवराज सिंह बल्लेबाजी कर रहे थे। चहल के उस ओवर की शुरूआती तीन गेंदों पर युवी ने लगातार तीन छक्के जड़े थे। जिसके बाद पूरे स्टेडियम में तहलका मच गया था।
युवी ने इस तरह 12 गेंदों में तीन छक्क जड़ कर 23 रनों की तूफानी पारी खेली थी। युजवेंद्र चहल ने मैच के बाद बात करते हुए कहा, युवराज जब मेरी गेंदों पर छक्के बरसा रहे थे तब मै स्टुअर्ट ब्रॉड जैसा महसूस कर रहा था।
युवराज सिंह ने इस मैच से पहले दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 25 गेंदों में 53 रन बनाए थे। इस पारी में युवी ने पांच चौके और तीन छक्के जड़े थे। युवराज सिंह की इस पारी को देखने के बाद क्रिकेट फैन्स के साथ कमेंटेटर को भी 12 साल पुरानी घटना एक बार फिर से याद आ गई। सबके सामने एक बार फिर से वही रिकॉर्ड आ गया। हालांकि वैसा इस मैच में हो नहीं पाया और अगली चौथी ही गेंद पर युवराज ने अपना कैच मोहम्मद सीराज को थमा दिया और आउट हो गए।
युवराज सिंह ने 2007 के टी20 विश्व कप के दौरान एक मैच के एक ओवर में लगातार 6 छक्के लगाए थे जिसे आज तक कोई भी भूला नहीं पाया है। युवी की उस पारी के बाद उन्हें सिक्सर किंग के नाम से बुलाने लगे। ऐसा लग रहा था कि 12 साल बाद फिर से युवी एक ओवर में लगातार 6 छक्के जड़ेंगे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। मगर इस बार युवी के सामने गेंदबाज स्टुअर्ड ब्रॉड नहीं बल्कि भारतीय टीम के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल थे।