भारत के वर्तमान रन मशीन विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर में 14 साल पूरा कर लिया है. इसमें वो अनेक मुकाम हासिल किए हैं. जो भी खिलाड़ी अपना क्रिकेट खेलना जारी रखा है उसमें विराट फिलहाल सबसे आगे है. विराट के नाम 70 शतक है, जिसके आस-पास भी फिलहाल कोई खिलाड़ी नहीं है. विराट इस वक्त सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है जो अभी भी मैदान पर उतरते है. सचिन तेंदुलकर ने जब क्रिकेट से संन्यास लिया था तब उन्होंने एक प्रोग्राम में कहा था कि विराट और रोहित ही ऐसे दो खिलाड़ी है, जो मेरे रिकॉर्ड को तोड़ सकते है.
इसके बाद विराट ने जो भारतीय क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में कारनामा किया है वो देखने लायक है. दोनों ही मास्टर खिलाड़ी की 14 साल के रिकॉर्ड को एक बार देखे तो कोई भी अपने जगह पर कम नहीं है.
वनडे क्रिकेट की बात करले तो सचिन अपने पहले 14 साल के करियर में 312 पारीयां खेली थी जिसमें उन्होंने 45.14 की औसत से 12,685 रन बनाए थे. तब उनका स्ट्राइक रेट रहा था 86.62 का. वहीं तब तक उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में 36 शतक और 64 अर्धशतक लगाए थे. इसके बाद विराट की बात कर ले तो वो भले तेंदुलकर से आगे ना हो, पर कुछ मामलों में वो पीछे भी नहीं है.
उन्होंने 14 साल में 262 मैचों में 253 पारियां खेली जिसमें उन्होंने 57.68 की औसत से 12,344 रन बनाए है. वहीं अब तक का उनका स्ट्राइक रेट रहा है 92.83 का और उन्होंने 64 हाफ-सेंचुरी और 43 सेन्चुरी लगा बैठे हैं. तो इसमें कोई यह नहीं कह सकता कि विराट मास्टर ब्लास्टर से किसी भी मामले में पीछे है.
हालांकि ये माना जा सकता है कि जब सचिन का ऐरा था तब रन बनाने मुश्किल हुआ करते थे. क्योंकि तब पावरप्ले का जमाना नहीं था, बॉल चेंज नहीं किया जाता था. पर अब मैच को रोमांचक बनाने के लिए तीन-तीन पावरप्ले का इस्तेमाल किया जाता है.
वहीं दोनों महान खिलाड़ी के टेस्ट क्रिकेट की तरफ नजर डालें तो इसमें भी कोई किसी से कम नहीं है. दोनों ने ही अपने पहले 14 साल को पूरा करने तक 173 इनिंग खेले थे, जिसमें मास्टर ब्लास्टर कहीं ना कहीं हर मामले में आगे है. उन्होंने 173 पारियों में 56.57 के एवरेज से 8882 रन बनाए थे तो वहीं विराट 49.53 के औसत से 8074 रन बनाकर उनसे काफी पीछे हैं. वहीं शतक के मामले में भी विराट सचिन से पीछे हैं. सचिन ने जहां 31 शतक और 36 अर्धशतक लगाए थे तो वहीं विराट 27 शतक और 28 अर्धशतक लगाए है.
हालांकि अगर विराट का एवरेज थोड़ा लो भी है तो वो इस वजह से कि उसके पिछले तीन साल बेहद खराब रहा है. उन्होंने 2019 के नवंबर से अभी तक किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं लगाया है और ना ही उस तरह का खेल दिखाया है, जिसके लिए वो जाने जाते है. इसलिए अब उनसे आगामी टूर्नामेंट एशिया कप में लोगों को उनसे काफी ज्यादा उम्मीद है.