बेशक खेल कोई सा भी हो हर खिलाड़ी का एक न एक लकी चार्म भी होता है या फिर ऐसा भी कह सकते हैं कुछ ऐसी कीमतें चीजें जिससे खिलाडिय़ों को ऐसा लगता है कि वो उसे करके कई गुणा अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ऐसे में कई क्रिकेटर्स भी है जिनका इन सब बातों पर बहुत ज्यादा यकीन था और वो कुछ न कुछ ऐसा करते ही थे या फिर अब भी ऐसा ही है। भारतीय क्रिकेट टीम एंव आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
दरअसल कोहली ने इंस्टाग्राम चैट के वक्त मैनचेस्टर सिटी के बॉस पेप गार्डियोला से बात करते हुए बताया कि क्रिकेट में उनका भी एक अंधविश्वास बना हुआ है कि उन्हें सफेद जूतों में खेलना हद से ज्यादा पसंद है। खासतौर पर ऐसा उस समय जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तो सफेद जूते अवश्य पहनता हूं। इतना ही नहीं विराट ने बताया कि ऐसा करना मेरे लिए अंधविश्वास से भी कहीं गुणा ज्यादा है। इसका मतलब तो यही हुआ कप्तान विराट कोहली को ऐसा लगता है कि सफेद जूते पहनकर वो ज्यादा अच्छी बल्लेबाजी करते हैं।
इतना ही नहीं विराट ने आगे यह भी बताया जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तब ये मेरा जोन और मेरा वक्त होता है कि मैं खूद के साथ रहूं और प्रदर्शन करूं। वहीं जब पेप ने भी कप्तान कोहली से पूछा था कि आपने भी अपने खेलने के दिनों में जूते का रंग बदला था। इसके जावब में गार्डियोला ने बताया कि जब मैं खेलता था तब मेरे सारे जूते काले थे। मुझे ऐसा लगा कि काले जूते को कैरी करना जरा मुश्किल है तब मैंने लाल जूते पहनने शुरू किए। इसके बाद मेरी मां और मैनेजर ने मुझे सलाह दी कि मुझे फिर से काले जूते ही पहनने चाहिए।
पेप ने यह भी बताया कोरोना महामारी के कारण इन दिनों फुटबॉल मुकाबले भी बिना फैंस के ही खेले जा रहे हैं और यह बिल्कुल ऐसा हो रहा है कि जैसे हम कोई बिल्कुल फ्रेंडली मैच खेल रहे हैं। क्योंकि फैंस के बिना यह मैच कोई पहले जैसा नहीं है हमें उनकी मैदान पर अवश्यकता है और जब कोविड-19 से उबर जाएगे तब मैदान पर वापसी करें इससे अच्छा और क्या होगा। वैसे हम फैंस को बहुत याद कर रहे हैं।
बता दें इस समय विराट कोहली यूएई में आईपीएल 2020 का मुकाबला खेलने में बिजी हैं और वह आईपीएल के 13 वें सीजन में आरसीबी को लीड कर रहे हैं।