एंटीगा : हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में खेल रही भारतीय महिला टीम शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेगी जहां उसका इरादा जीत दर्ज कर खिताबी मुकाबले में जगह बनाना होगा। अभी तक हर मैच में एकतरफा प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सामने उस इंग्लैंड की चुनौती होगी, जिसने एक साल पहले भारत को वनडे विश्व कप का खिताब जीतने से रोका था।
मुकाबला नॉर्थ साउंड के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत अगर जीतता है तो वह पहली बार विश्व कप के फाइनल में जगह बनाएगा। भारत ने अपने ग्रुप-बी के सभी चारों मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया तो वहीं इंग्लैंड को 4 में से 2 में जीत मिली और एक में हार, एक मैच हो नहीं सका था।
अब हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम की कोशिश इस मौके को भुनाते हुए पहली बार फाइनल में प्रवेश कर खिताब अपने नाम करने की होगी। भारत ने एक बार भी टी20 विश्व कप का फाइनल नहीं खेला है और टीम इस बार यह इतिहास रचने के लिए प्रतिबद्ध दिख रही है।
2009 का चैंपियन इंग्लैंड
इंग्लैंड 2009 में आयोजित विश्व कप के पहले संस्करण का खिताब अपने नाम कर चुकी है जबकि 2012 और 2014 में दो बार उसे ऑस्ट्रेलिया ने खिताब जीतने से रोक दिया था। भारत ने 2010 के बाद से पहली बार टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में जगह बनाई है। भारतीय महिला टीम ने 2009 और 2010 के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन कभी खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल नहीं हो सकी। भारत का इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ रेकॉर्ड ज्यादा अच्छा नहीं है। दोनों टीमों के बीच अब तक 13 मैच खेले गए हैं जिसमें से भारत केवल 3 ही जीत सका है। उसका जीत प्रतिशत केवल 23 है।
वर्ल्ड कप की बात करें तो भारत अभी तक इंग्लैंड के खिलाफ एक भी मैच जीतने में कामयाबी हासिल नहीं कर सका है। दोनों टीमों के बीच वर्ल्ड कप में अब तक 4 मैच खेले गए हैं। मिडिल और लोअर ऑर्डर चिंता बल्लेबाजी में भारत को थोड़ी चिंता है क्योंकि ऊपरी क्रम के अलावा अभी तक चारों मैच में मध्यक्रम और निचला क्रम विफल रहा है। मिताली राज, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना के अलावा भारत की कोई और बल्लेबाज अपने रंग में नहीं दिखी।
जेमिमा रोड्रिग्ज ने इन तीनों के अलावा पहले मैच में अच्छी पारी खेली थी, लेकिन उसके बाद वह लय भटक गई। अहम मैच से पहले भारत को अपने निचले क्रम और मध्यक्रम को मजबूत करने की जरूरत है। वहीं अगर गेंदबाजी की बात की जाए तो भारत की स्पिन गेंदबाजों ने अभी तक हर टीम की नाक में दम किया है।
दुनिया की नंबर-2 टी20 महिला गेंदबाज पूनम यादव, मुंबई की राधा यादव, दीप्ति शर्मा, अनुजा पाटिल ने हर मैच में अपनी फिरकी का दम दिखाया है। भारत की स्पिन आक्रमण इस विश्व कप में टीम की अहम कड़ी है जिसके दम पर भारत विश्व विजेता बनने का ख्वाब देख सकता है।