नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने वर्ष 2018-19 के लिये युवा मामले और खेल मंत्रालय के बजट में 258-19 करोड़ रूपये की बढोतरी की है जिसमें स्कूली खेल कूद प्रतियोगिता ‘खेलो इंडिया’ के लिये करीब 520 करोड़ रूपये के भारी भरकम आवंटन का प्रस्ताव किया गया है। इसके विपरीत बजट में भारतीय खेल प्राधिकरण के आवंटन पर कैंची लगाते हुए इसमें करीब 66 करोड़ रूपये की कटौती की गई है। वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा आज पेश 2018-19 के बजट में युवा मामले और खेल मंत्रालय को कुल 2196.35 करोड़ रूपये का बजटीय आवंटन किया गया है । पिछले साल यह राशि 1938-16 करोड़ रूपये थी।
इसका एक चौथाई हिस्सा (520-09 करोड़ रूपये) देश में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए ‘खेलों इंडिया’ कार्यक्रम के लिये रखा गया है। पिछले साल इस काम के लिए 350 करोड़ रूपये दिए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राजधानी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में कल खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्घाटन किया। भारतीय खेल प्राधिकरण का बजट 495-73 करोड़ रूपये से घटाकर 429.56 करोड़ रूपये कर दिया गया है यानी इसमें 66-17 करोड़ रूपये की कटौती की गई है। वहीं भारतीय राष्ट्रीय खेल महासंघों को दी जाने वाली सहायता 302-18 करोड़ रूपये से बढाकर 342 करोड़ रूपये कर दी गई है।
खिलाड़ियों को दी जाने वाले प्रोत्साहन के मद में आवंटन को 18.13 करोड़ रूपये से बढाकर 23 करोड़ रूपये कर दिया गया है। खिलाड़ियों केकल्याण, उनको दिये जाने वाले पुरस्कारों और प्रोत्साहन राशि में पिछले वर्ष की तुलना में 39-69 करोड़ रूपये का इजाफा किया गया है। पिछले साल यह राशि कुल मिला कर 330-19 करोड़ रूपये थी जो अब बढाकर 374 करोड़ रूपये कर दी गई है। जम्मू कश्मीर में खेल सुविधाओं के विकास के लिये बजटीय आवंटन 75 करोड़ रूपये से घटाकर 50 करोड़ रूपये कर दिया गया है।
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