आईपीएल लीग को लगभग महीना पूरा होने वाला है। और पहले से ही नए आने वाले सितारों को पहचान लिया है। मयंंक मारकंडे,अंकित राजपूत,पृथ्वी शॉ और कई युवाओं ने अपने शानदार प्रदर्शन के साथ सभी को प्रभावित किया है। आईपीएल न केवल युवाओं के लिए एक मंच प्रदान करता है बल्कि वरिष्ठï खिलाडिय़ों के लिए भी इस अवसर का उपयोग कर अपने फॉर्म में वापिस लौटते हैं और यह इसी फोर्म का नजारा राष्ट्रीय पक्ष में वापसी करने के लिए भी करते हैं।
युवराज सिंह, एमएस धोनी, हरभजन सिंह और गौतम गंभीर उन दिग्गजों में से है, जिनके पास साबित करने के लिए बहुत कुछ है। केवल कप्तान कूल इस लिस्ट से बाहर आ गए है क्योकि इनकी हालिया फोर्म उनको पूर्ण फिनिशर बतलाती है।बता दें कि आईपीएल की शुरूआत से पहले ध्यान धोनी पर था कि क्या वह सीएसके के लिए बेहतर खेल फिनिशर के रूप में खत्म करेंगे या अलग रूप में। हाल केे दिनों में तो वह भारत के लिए मैच फिनिश करते समय असफल रहे हैं। सीएसके के प्रमुख कोच स्टीफन फ्लेमिंग भी धोनी को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करता देखना चाहते थे। यह इसलिए क्योंकि इनको सेट होने का पूरा समय मिल सके।
आईपीएल 2017 में राइजिंग पुणे सुपरराजायंटस ने एक बड़ी घोषणा की थी कि जब उन्होंने धोनी की बजाय स्टीव स्मिथ को टीम के कप्तान के रूप में चुना था। कप्तान को हटाने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान जोन में कभी नहीं देख गया और बल्लेबाजी में भी संघर्ष करते देखा गया। दो साल के निलंबन की सेवा के बाद सीएसके ने वापसी की है, और यह कोई ब्रेनर नहीं था कि थलाइवा इनकी कमान संभालेगे ।
बल्लेबाजी में धोनी की मुख्य चिंता स्पिन के खिलाफ खेलने की क्षमता थी। विशेष रूप से बाएं हाथ के स्पिनर या कलाई स्पिनर के खिलाफ, उन्होंने स्कोर करने के लिए संघर्ष किया है ।
यहां तक कि अपनी विकेट कई बार गंवाई है।पिछले साल कुलदीप यादव, पियुष चावला और अन्य कलाई स्पिनरों ने उन्हें खामोश रखा था। इस सत्र में मुंबई के खिलाफ टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में, यह मयंक मारकंडे के शिकार हो गए थे।
वहीं जैसे ही फिर टूर्नामेंट की प्रगति हुई तो धोनी स्पिन के खिलाफ अच्छे हो गए और उसकी हालत में भी काफी ज्यादा सुधार हो गया। बेंगलुरू के खिलाफ मैच जीतने वाले दस्तक में इन्होंने नेगी की जमकर धुनाई की थी।
लेकिन धोनी की दिन पर दिन बल्लेबाजी बेकार होती जा रही थी। परंतु धोनी एक स्टार खिलाड़ी है जो अपनी कमजोरियों को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दे सकते है। और धोनी ने अपनी कमजोरियों पर काम किया है। यही एक स्टार खिलाड़ी की निशानी है।
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