गाले : दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम भारत के कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ बुधवार से शुरू होने जा रही सीरीज से पूर्व कहा है कि वे यहां मैच नहीं बल्कि सीरीज जीतने के लक्ष्य के साथ उतर रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम ने विराट के नेतृत्व में वर्ष 2015 में आखिरी बार श्रीलंका दौरा किया था और तब तीन टेस्टों की सीरीज में 2-1 से जीत अपने नाम की थी। विराट ने मंगलवार को यहां मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा पिछली सीरीज से लेकर मौजूदा सीरीज तक भारतीय टीम में काफी बदलाव आया है और वह यहां बतौर नंबर एक टेस्ट टीम उतर रहे हैं जिसका लक्ष्य मैच नहीं बल्कि सीरीज जीतना है। पिछली सीरीज को विराट के लिये ‘लांचपैड’ माना गया था हालांकि कप्तान इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उन्होंने इस बाबत कहा पिछले दो वर्षों में हम एक बेहतरीन टीम बने हैं और हमारा लक्ष्य आने वाले वर्षों में भी इसी लय को बनाये रखना है।
हम किसी सीरीज को लांचपैड जैसा नहीं मानते। जरूरी है कि आपके खेल में निरंता हो। हम अभी नंबर एक टीम हैं और हमें पता है कि हमें क्या करना है। हमारी तैयारी पूरी है और हमने हर पहलू पर गौर किया है। भारतीय टीम को हालांकि सीरीज शुरू होने से पहले ही लोकेश राहुल के बाहर हो जाने से झटका लगा है जो बुखार के कारण गाले टेस्ट से बाहर हैं। विराट ने कहा राहुल की तबीयत ठीक नहीं है लेकिन वह जल्द ठीक होकर लौटेंगे। वह तीनों प्रारूपों में अच्छा खेल रहे हैं। लेकिन उनके बाहर हो जाने से कुछ और खिलाड़यिों को मौका मिल सकता है और हमारे खिलाड़ी इसे झटका नहीं मान रहे हैं। राहुल के बाहर होने पर शिखर धवन और अभिनव मुकुंद को ओपनिंग में मौका दिये जाने पर उन्होंने कहा हां मुझे लगता है कि यह धवन और मुकुंद के लिये अच्छा मौका हो सकता है। लेकिन हमारे पास टीम में विशेषज्ञ बल्लेबाज मौजूद हैं और हम कोई प्रयास नहीं कर सकते हैं। रोहित को भी टेस्ट में ओपनिंग का कोई अनुभव नहीं है। इसलिये हम विशेषज्ञों पर ही भरोसा करेंगे।
28 वर्षीय कप्तान ने साथ ही कहा कि उन्हें क्रम को लेकर कोई चिंता नहीं है क्योंकि टीम में अंतिम एकादश नहीं बल्कि बेंच पर बैठे हुये खिलाड़ी भी काफी प्रतिभाशाली हैं और यही कारण है कि वह इस दौरे का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा मैं मानता हूं कि धवन और मुकुंद के लिये अच्छा प्रदर्शन कर खुद को साबित करने का यह अच्छा मौका हो सकता है। लेकिन राहुल भी अच्छे खिलाड़ी हैं। वह अभी चोटिल हैं और यह खेल का हिस्सा है। मैं भी हाल में चोटिल रहा और यह अहसास खिलाड़यिों के लिये अच्छा नहीं होता है। लेकिन हमें इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा। राहुल की अभी सर्जरी भी हुई है और मुझे यकीन है कि वह जल्द ही वापसी कर लेंगे। गाले टेस्ट से पूर्व तैयारियों और रणनीति के बारे में पूछने पर कप्तान ने कहा हमारे खिलाड़यिों ने अपनी पारियों के लिये व्यक्तिगत तौर पर ही रणनीतियां बनाई हैं। वे जानते हैं कि किस स्थिति में क्या करना है। सभी बल्लेबाज अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिये तैयार हैं और विपक्षी गेंदबाजों के हिसाब से ही शॉट्स खेलेंगे। उन्होंने कहा हम लंबे दौरे के बाद आ रहे हैं और हमें अपने बल्लेबाजों पर भरोसा है। यहां बल्लेबाजी के लिये एक अच्छा विकेट है और हम उसी हिसाब से खेलेंगे। वहीं श्रीलंका की गर्म और आद, परिस्थितियों के हिसाब से गेंदबाजी विकल्प को लेकर भी विराट ने कहा कि टीम ने इस पहलू पर भी गौर करते हुये विकल्प रखे हैं।
विराट ने कहा हमने आखिरी दौरे के पहले टेस्ट में यह महसूस किया कि हमारे पास बल्लेबाजी विकल्प कम था और पांचवें गेंदबाज ने कुछ खास नहीं किया। हमने इस बारे में ध्यान दिया है। इस बार हमारी टीम में काफी संतुलन है। हमारे पास हार्दिक पांड्या जैसा ऑलराउंडर है। वह जिस भी मैदान पर खेलते हैं विकेट लेते हैं। उनका भी अंतिम एकादश में खेलने का हमें भरोसा है। 23 वर्षीय पांड्या सीमित ओवर में प्रभावित करने के बाद टेस्ट टीम में जगह बना रहे हैं और उनके गाले टेस्ट में पदार्पण की प्रबल संभावना है। खुद पांड्या ने भी सफेद जर्सी पहन मैच से पहले अपनी तस्वीर पोस्ट कर कहा कि वह भारत के लिये टेस्ट में खेलने को लेकर उत्साहित हैं। कप्तान ने कहा पिछली सीरीज में हमने आखिरी दो मैचों में ऑलराउंडरों को उतारा और मैच जीते थे। हमें यकीन है कि पांड्या टीम में अच्छा संतुलन बनायेंगे। विराट ने कहा कि टीम में अतिरिक्त बल्लेबाज के होने से मजबूती मिलेगी। इस सीरीज में वह निश्चित ही इसे लागू करेंगे और इसके अलावा टीम में विशेषज्ञ गेंदबाजों की भी जरूरत रहेगी जो 20 विकेट निकाल सकें। उन्होंने टीम की कमजोरियों को लेकर कहा टीम में सुधार करने जैसा कोई गंभीर विभाग नहीं है। लेकिन हम छोटी छोटी बातों पर ध्यान दे रहे हैं।
हमने खिलाड़यिों को इन क्षेत्रों की पहचान करने और उनमें सुधार करने की जिम्मेदारी दी है। कप्तान ने कहा कि खिलाड़ी यदि खुद जिम्मेदारी उठाएंगे तो टीम 80 से 85 फीसदी तक उस स्थिति में पहुंच पाएगी जहां वह मैच नहीं हार सकती है। उन्होंने कहा हम निरंतर ही इस तरह का दबाव खिलाड़यिों पर बनाते हैं। आप गलतियों को दोहरा नहीं सकते हैं। जरूरी है कि खिलाड़ी हर गेंद पर ध्यान दें चाहे वह बल्लेबाजी हों या गेंदबाजी।ड्रेसिंग रूम में खिलाड़यिों के बीच तालमेल की प्रशंसा करते हुये कप्तान ने कहा हमारी टीम के ड्रेसिंग रूम में जो भी शामिल होता है सहज महसूस करता है और हमने यही संस्कृति बनायी है। खिलाड़यिों के बीच आपस में जो तालमेल और समन्वय है वह कमाल का है। मुझे इस पर गर्व है और सभी को एक दूसरे के साथ खेलने पर मत्रा आता है। श्रीलंकाई टीम के खिलाफ उसकी जमीन पर खेलने को लेकर विराट ने कहा कि उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि उनके सामने कौन सी विपक्षी टीम है। उन्होंने कहा आप जैसे ही विपक्षी टीम पर ध्यान देने लगते हैं तो आप उसके हिसाब से खेलने लगते हैं और यह खतरनाक स्थिति है।
आपको हर मैच का सम्मान करने की जरूरत है ऐसा नहीं करने पर आपका खेल प्रभावित हो सकता है। श्रीलंका के अनुभवी गेंदबाज और कप्तान रंगना हेरात को लेकर खास रणनीति के साथ उतरने पर विराट ने कहा कि वह अच्छे गेंदबाज हैं। आखिरी सीरीज में रंगना ने छोटे लक्ष्य पर भी हमें नुकसान पहुंचाया था। टीम के लिये वह समझने वाली स्थिति थी। वहीं श्रीलंकाई विकेट को लेकर विराट ने कहा कि यह काफी सख्त है। इस पर पानी डाला गया है और अब इसमें बदलाव आया होगा। यह अच्छी बल्लेबाजी विकेट साबित हो सकती है। वहीं श्रीलंका दौरे से पूर्व कोच चयन को लेकर उठे विवाद पर स्टार बल्लेबाज ने कहा कि इस मुद्दे पर काफी बात हो चुकी है और अब टीम का ध्यान पूरी तरह क्रिकेट पर लगा है। रवि शास्त्री के साथ टीम पहले भी काम कर चुकी है और टीम का ध्यान अपनी लय को बनाये रखना है।