नई दिल्ली : दिल्ली जिला क्रिकेट संघ के आगामी 30 जून को होने वाले चुनावों में मुकाबला रोमांचक हो गया है। अभी अलग अलग पद के लिए सभी पक्ष दावा कर ही रहे थे कि चुनाव सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार आपत्ति पेश कर दी। जिससे सचिव पद के उम्मीदवार विनोद कुमार तिहाडा को झटका लगा है। दरअसल सचिव पद के दावेदार माने जा रहे तिहाडा के नाम पर ये कहते हुए आपत्ति लगाई गई है की वो स्पोर्ट्स वर्किग कमिटी के प्रमुख के तौर पर 15 साल रह चुके है। लिहाजा इस आपत्ति से उनके इस पद पर दावेदारी पर सवाल खड़े हो गए है।
जबकि मौजूदा नियम के मुताबिक 9 साल तक किसी भी पद पर रहे काबिज रहे अधिकारी इन चुनावों में नामांकन नहीं कर सकते। आपको बता दें की डीडीसीए प्रशासक न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन ने 14 मई को डीडीसीए चुनावों की घोषणा की थी। उन्होंने इसके साथ ही निर्देश जारी किया था कि चुनाव प्रॉक्सी मतदान प्रणाली के बिना होंगे जिसकी काफी आलोचना होती रही है। डीडीसीए में यह चुनाव करीब पांच साल बाद हो रहे हैं।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के 30 जून को होने वाले चुनावों में बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना की पत्नी शशि खन्ना उपाध्यक्ष पद के लिए अपना दावा पेश कर रही हैं। इसके साथ ही पूर्व टेस्ट खिलाड़ी मदनलाल, वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा और उच्चतम न्यायालय के एडवोकेट विकास सिंह अध्यक्ष पद के लिए मैदान में हैं। नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सबसे दिलचस्प नामांकन 64 वर्षीय शशि खन्ना का रहा। वो राकेश बंसल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी।
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