भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के फ़ाइनल मुकाबले मे आज पाकिस्तान ने अपने 4 विकेट गवा कर भारत को 339 रनो का टारगेट दिया | भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ओवल मैदान में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। लेकिन ये फैसला उस वक्त बुरी तरह से गलत साबित हुआ | चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को करारी शिकस्त देकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर अपना कब्जा किया है | इसी के साथ ही भारत का तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया है | पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 339 रनों का लक्ष्य दिया था | जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 30.3 ओवर में 180 रन पर ही ऑल आउट हो गई |
फाइनल मैच में भारत की ओर से लगातार गिर रहे विकेटों के बीच हार्दिक पंड्या ने पारी सँभालते हुए शानदार फिफ्टी लगाई | उन्होंने केवल 32 बॉल पर अपने 50 रन पूरे किए | जिसमें उन्होंने 3 चौके और 4 छक्के भी लगाए | पंड्या ने 23वें ओवर में शादाब खान की बॉल पर लगातार 3 सिक्स लगाते हुए फिफ्टी पूरी की | इस ओवर में एक चौका और तीन सिक्स समेत कुल 23 रन बने | हार्दिक के वनडे करियर की ये दूसरी हाफ सेन्चुरी रही | हार्दिक पंड्या को 26.3 ओवर में रवींद्र जडेजा ने रन आउट करा दिया |
शुरूआती ओवरों में जसप्रीत बुमराह की नो बॉल पर फखर ज़मां का विकेट लेने का मौका चूकना भारतीय टीम को इतना भारी पड़ा कि पाकिस्तान टीम ने विशाल 338 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया | चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों ने पहली पारी में भारतीय टीम के मुश्किलें बढ़ा दी है | अब इस मुकाबले को जीतने के लिए भारतीय बल्लेबाज़ों को बहुत अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा |
फख़र ने अत्रहर अली (59) के साथ पहले विकेट के लिये 23 ओवर में 128 और फिर बाबर आत्रम (46) के साथ दूसरे विकेट के लिये 10.1 ओवर में 72 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पाकिस्तान का 338 रन का स्कोर भारत के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुये उसका सबसे बड़ा स्कोर है। अपना चौथा वनडे खेल रहे फख़र ने इससे पहले तीन मैचों में कुल 138 रन बनाये थे लेकिन इस बार उन्होंने 106 गेंदों में 12 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 114 रन ठोक डाले। फख़र ने यह शतक ऐसे समय बनाया जब पाकिस्तान को भारत के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाने के लिये एक बड़ी पारी की जरूरत थी।
फख़र के जोड़ीदार अत्रहर अली ने 71 गेंदों पर 59 रन में छह चौके और एक छक्का लगाया। बाबर आत्रम ने 52 गेंदों पर 46 रन में चार चौके लगाये। पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीत्र ने 37 गेंदों पर नाबाद 57 रन की पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाये। इमाद वसीम ने 21 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 25 रन का योगदान दिया। शोएब मलिक ने 12 रन बनाये।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी करने वाले भारतीय गेंदबाजों ने फाइनल में आश्चर्यजनक रूप से काफी खराब गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। भारतीय फील्डरों का स्तर भी लचर रहा। जसप्रीत बुमराह तो चौथे ओवर में नो बॉल कर फख़र का विकेट लेने से चूक गये।