सेंट पीटर्सबर्ग : इंग्लैंड की टीम फीफा विश्व कप के प्री क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया के खिलाफ भिड़ेगी तो उसके लिए पेनल्टी शूट आउट में अपने खराब रिकार्ड को भुलाना आसान नहीं होगा। इंग्लैंड को पिछले 12 बड़े टूर्नामेंट में से छह में पेनल्टी शूट आउट के कारण हार का सामना करना पड़ा जबकि टीम इस दौरान सिर्फ एक बार जीत दर्ज करने में सफल रही जब उसने यूरो 1996 में स्पेन को हराया। टीम के मौजूदा कोच गैरेथ साउथगेट का करियर उस पेनल्टी किक के लिए जाना जाता है तो वह आंद्रियास कोप्के हाथ में खेल गए और वेम्बले में सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा।
इस अनुभव से साउथगेट ने अपनी कोचिंग का तरीका तैयार किया और अब जब कोलंबिया के खिलाफ टीम को अंतिम 16 का मुकाबला खेलना है तो एक बार फिर पेनल्टी शूटआउट देखने को मिल सकता है। साउथगेट 1998 में ग्लेन होडल की अगुआई वाली इंग्लैंड की टीम का हिस्सा थे जिनका माना था कि शूटआउट लाटरी की तरह होते हैं जिन्हें ट्रेनिंग में दोहराना नामुमकिन होता है और इसलिए इसका अभ्यास करने की जरूरत नहीं। इंग्लैंड की टीम को इस टूर्नामेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में अर्जेन्टीना के खिलाफ शूटआउट में ही हार का सामना करना पड़ा।