भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर Mahendra Singh Dhoni एक ऐसे खिलाड़ी हैं क्रिकेट इतिहास में जिनका अब तक कोई भी विकल्प नहीं मिला है औैर ना ही धोनी जैसा कोई खिलाड़ी क्रिकेट इतिहास में होगा भी। लेकिन सच यह भी है कि एक दिन तो Mahendra Singh Dhoni क्रिकेट से सन्यांस लेंगे।
क्रिकेट के इतिहास के महान खिलाड़ी हैं Mahendra Singh Dhoni
वह एक दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा तो कहेंगे ही। उस समय तब भारतीय टीम को एक ऐसा ही खिलाड़ी चाहिए होगा जो बिल्कुल उनके जैसा हो उनकी कमी को वह आसानी से भर दे।
अगर हम युवा विकेटकीपर-बल्लेबाजों के बारे में बात करते हैं जो Mahendra Singh Dhoni की जगह भारतीय टीम में ले सकते हैं तो हम बता दें कि चार ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम में धोनी की जगह ले सकते हैं। यह चारों ही खिलाड़ी उत्तराखंड से हैं।
यह युवा खिलाड़ी ले सकते हैं Mahendra Singh Dhoni
इन चार खिलाड़ी में से तीन खिलाड़ी तो कुमाऊं से हैं और जो एक है ऋषभ पंत वह रुड़की से हैं लेकिन उनका भी मूल स्थान कुमाऊं ही है। भारतीय टीम में धोनी की मजबूत जगह पर एक खिलाड़ी बिल्कुल सही बैठता है वह ऋषभ पंत हैं जो इस साल आर्ईपीएल 2018 में सिक्सर किंग का खिताब भी मिला है।
ऋषभ पंत रणजी टीम में दिल्ली की तरफ से भी खेलते हैं और वह आईपीएल में दिल्ली डेयरडविल्स की तरफ से भी खेलते हैं। ऋषभ पंत दिल्ली टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज के रुप में खेलते हैं। बाकी तीन खिलाड़ी आर्यन जुयाल, अनुज रावत और सौरभ रावत हैं जो तीनों ही रणजी टीम में ओडिशा की तरफ से खेलते हैं।
ऋषभ पंत
युवा भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत रुकड़ी में पैदा हुए हैं। और वह अपने बड़े शॉट्स के लिए जाने जाते हैं। ऋषभ पंत उस समय खबरों में आए थे जब वह अपने पिता की मौत के अगले ही दिन मैच खेलने आ गए थे जैसे कि क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर आए थे। ऋषभ पंत ने इस साल आईपीएल में 37 छक्के लगाए हैं इस वजह से उन्हें सिक्सर किंग का भी खिताब मिला है। ऋषभ पंत को आर्ईपीएल 2018 में अमेजिंग प्लेयर का भी खिताब मिला है। ऋषभ पंत ने इस आईपीएल में 52.61 की औसत और 173.60 के स्ट्राइक रेट से 684 रन बनाए थे। पूर्व खिलाड़ी ऋषभ पंत को धोनी का उत्तराधिकारी बोल रहे हैं।
सौरभ रावत
युवा क्रिकेटर सौरभ रावत भी हल्दवानी से हैं और उन्होंने कोच दान सिंह कन्याल से क्रिकेट की टे्रनिंग ली है। सौरभ ने बेंगलुरु में जाकर क्रिकेट की टे्रनिंग ली और वापस उत्तराखंड आ गए थे। बता दें कि सौरभ के पिता आनंद सिंह रावत जो एनएचपीसी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि सौरभी को वापस उत्तराखंड से बेंगलुरु भेजा क्योंकि उत्तराखंड बोर्ड सौरभ को बीसीसीआई में खेलने की अनुमति नहीं दे रहे थे। सौरभ अब ओडिशा की रणजी टीम के मध्य क्रम में खेलते हैं और वह टीम का के महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।
अनुज रावत
युवा क्रिकेटर अनुज रावत दिल्ली की टीम से खेलते हैं और वह अंडर-19 टीम के कप्तान भी हैं जो श्रीलकां के दौरे पर गए हुए हैं। अनुज टीम के लिए ओपन करते हैं और वह टीम के विकेटकीपर भी हैं। अनुज ने उत्तरी क्षेत्र के अंडर-19 मैचों में 480 रन बनाए हैं उसमें दोहरा शतक और एक शतक भी शामिल है। इसके अलावा अनुज ने 15 डिस्मिस्मसल्स भी करें हैं। अनुज के पिता वीरेंद्र पाल सिंह रावत ने बताया कि बचपन में अनुज ने रामनगर में सतीश पोखरियाल से क्रिकेट की ट्रेनिंग ली थी फिर उसके बाद वह दिल्ली आए और वहां पर अंडर-16 टीम में नई शुरूआत की।
आर्यन जुयाल
युवा भारतीय क्रिकेटर आर्यन जुयाल जो कि मीडिल ऑर्डर के बल्लेबाज हैं और साथ ही इन्हें विकेटकीपिंग भी करते हैं। इसके साथ ही आर्यन अंडर-19 विश्वकप विजेता टीम में भी खेल चुकें हैं। आर्यन के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं और इन्होंने बचपन में कोच दान सिंह कन्याल से क्रिकेट की ट्रेनिंग ली हुई है। उसके बाद आर्यन ने गौतम गंभीर के कोच संजय भारद्वाज से कोचिंग ली है। आर्यन ने अंडर-19 बिनोओ मांकड़ ट्रॉफी और जोनल मैचों में 1500 रन बनाए हैं। विश्व कप के दौरान उत्तर प्रदेश के लिए रणजी में आर्यन को सिर्फ दो ही मैैचों में खेलने का मौका मिला था जिसमें उन्होंने 27 और 70 रनों की पारी खेली थी औैर साथ ही विकेट के पीछे 3 कैच भी पकड़े थे।
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