विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत को इंग्लैंड के खिलाफ एक अगस्त से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए जैसी आदर्श तैयारी की जरूरत थी वह उसे अभी तक मिल नहीं पायी है। एकदिवसीय सीरीज में हार, खिलाड़यों खासकर तेज गेंदबाजों की चोटों और बल्लेबाजों के संघर्ष ने टीम इंडिया की परेशानी बढ़ दी है। भारत ने इंग्लैंड दौरे पर आने के बाद आयरलैंड से दो टी-20 मैचों की सीरीज 2-0 से जीती लेकिन इस सीरीज में चोट लगने के बाद उसके प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज से बाहर हो गए और अब अब वह पहले टेस्ट से भी बाहर हैं। भारतीय टीम के प्रमुख सि्वंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार पीठ की परेशानी के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो वनडे नहीं खेल पाए थे लेकिन उन्हें तीसरे वनडे में उतारा गया जिससे उनकी पीठ की परेशानी बढ़ गयी है और यह भी आशंका जताई जा रही है कि वह पूरी सीरीज से भी बाहर हो सकते हैं। बोर्ड की मेडिकल टीम भुवनेश्वर की फिटनेस की जांच के बाद टेस्ट टीम में उनके चयन पर कोई फैसला लेगी। भुवी की लंदन में विशेषज्ञ जांच करेंगे जिसके बाद फैसला लिया जाएगा कि वह लंदन में रिहैब के लिए रूकेंगे या फिर स्वदेश लौटेंगे।
बुमराह की भी फिटनेस की समीक्षा की जानी है और बीसीसीआई के अनुसार बुमराह दूसरे टेस्ट से फिटनेस समीक्षा के बाद टीम में चयन के लिये उपलब्ध माने जाएंगे। भारत के नंबर एक टेस्ट विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को आईपीएल में अंगूठे पर चोट लगी थी लेकिन वह अब कंधे की चोट के कारण कम से कम दो महीने के लिए मैदान से बाहर हो गए हैं और उन्हें कंधे की सर्जरी भी करानी पड़ सकती है। भारत को टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड से वनडे सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़। भारत ने पहला वनडे जीतने के बाद अगले दो वनडे खराब बल्लेबाजी और खराब गेंदबाजी के कारण गंवा दिए जिसका टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम के मनोबल पर असर पड़ सकता है। भारत ने टेस्ट टीम के तीन प्रमुख बल्लेबाजों मुरली विजय, करुण नायर और अजिंक्या रहाणे को टेस्ट अभ्यास के लिए भारत ए के इंग्लैंड लायंस के खिलाफ एकमात्र गैर आधिकारिक टेस्ट में खेलने का मौका दिया लेकिन तीनों का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा और भारत ए को 253 रन की करारी हार का सामना करना पड़ा।
भारत ए के सामने 421 रन का लक्ष्य था लेकिन टीम 44 ओवर में ही 167 रन पर सिमट गयी। भारतीय टेस्ट टीम में शामिल ओपनर विजय, नायर और उपकप्तान रहाणे इंग्लैंड लायंस के गेंदबाजों के सामने कोई चुनौती नहीं पेश सके। विजय ने पहली पारी में आठ रन बनाये थे और दूसरी पारी में उनका खाता भी नहीं खुला। नायर ने पहली पारी में चार और दूसरी पारी में 13 रन बनाये। रहाणे ने दोनों पारियों में इन दोनों बल्लेबाजों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया और पहली पारी में 49 तथा दूसरी पारी में 48 रन बनाये। विजय के जोड़दार शिखर धवन का भी वनडे सीरीज में प्रदर्शन कोई उत्साह जगाने वाला नहीं था। यह स्थिति तब है जब भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के दो सर्वश्रेष्ठ टेस्ट तेज गेंदबाजों जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ड ब्रॉड का सामना नहीं किया है। एंडरसन और ब्रॉड भारतीय बल्लेबाजों को उसी तरह दहलाने के लिए तैयार हैं जैसा उन्होंने 2014 की सीरीज में किया था। तब भारत ने पांच मैचों की सीरीज।3 से गंवाई थी। एंडरसन ने उस सीरीज में 25 और ब्रॉड ने 19 विकेट लिए थे। भारत को एक अगस्त से बर्मिंघम में होने वाले पहले टेस्ट से पूर्व चेम्सफोर्ड में एसेक्स के खिलाफ 25 से 28 जुलाई तक चार दिवसीय अभ्यास मैच खेलना है और इस मैच से तय हो जाएगा कि भारत की टेस्ट सीरीज के लिए तैयारी कैसी है।