नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम आस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण दौरे पर जाने वाली है। इस दौरे पर भारतीय टीम को टी20 सीरीज से शुरूआत करनी होगी लेकिन भारतीय टीम की असली परीक्षा टेस्ट सीरीज में ही होगी। बॉल टेंपरिंग प्रकरण में प्रतिबंध का सामना कर रहे स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बिना आस्ट्रेलिया का मनोबल गिरा हुआ है और वह अपने पिछले 19 वनडे मैचों में से 17 हार चुकी है और पिछले 07 मुकाबलों में उसे लगातार हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम को 04 टेस्ट मैचों की सीरीज में आस्ट्रेलिया का सामना करना है। 06 दिसंबर से इस सीरीज का पहला मुकाबला खेला जाएगा।
भारतीय टीम को इस सीरीज को जीतने की हर संभव कोशिश करनी होगी और उसके पास इसका शानदार मौका भी है। विराट कोहली और टीम प्रबंधन को अभी से इस सीरीज को जीतने की रणनीति पर विचार करना होगा। तमाम तैयारियों के बावजूद भारत को अपने बल्लेबाजी को व्यवस्थित करना होगा। भारत के लिये ओपनिंग सबसे बड़ी फांस है और युवा पृथ्वी शॉ के जोड़ीदार के लिये लोकेश राहुल, अनुभवी मुरली विजय और शिखर धवन में मुकाबला होगा।
भारत के लिये कप्तान विराट कोहली के अलावा जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होंगे उनमें चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे शामिल हैं। चेतेश्वर पुजारा के पास नंबर तीन पर भारत टीम के एक छोर को संभालने की जिम्मेदारी होगी। वह ऐसी पोजीशन पर बल्लेबाजी करते हैं जो टीम के प्रदर्शन की दशा और दिशा तय करते हैं। चेतेश्वर की फार्म और उनका प्रदर्शन भारत के लिये बेहद महत्वपूर्ण होगा। विराट नंबर चार पर खेलेंगे और टीम की धुरी का काम करेंगे। अगर विराट जल्द आउट होते है तो उपकप्तान अंजिक्य रहाणे नंबर पांच पर बेहद महत्वपूर्ण हो जाते हैं।