पहले टेस्ट मैच से बाहर रहने वाले केएल राहुल, अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा ने आज यहां न्यूलैंड्स में वैकल्पिक अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी कोच ओटिस गिब्सन ने चेतावनी दी कि उनकी टीम तेज गेंदबाजी के दम पर भारत को परेशान करती रहेगी। भारत पहला टेस्ट मैच चार दिन के अंदर 72 रन से हार गया था। वर्नोन फिलैंडर ने इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी की कलई खोलकर रख दी थी। राहुल, रहाणे और इशांत के साथ पार्थिव पटेल भी अभ्यास के लिये पहुंचे थे। इन चारों ने लगभग डेढ़ घंटे तक अभ्यास किया और इस बीच सहायक कोच संजय बांगड़ और गेंदबाजी कोच भरत अरूण उनके साथ थे।
राहुल और रहाणे अगल बगल की नेट्स पर थे तथा उन्होंने थ्रो डाउन के अलावा नेट गेंदबाजों के सामने अभ्यास किया। इशांत ने भी गेंदबाजी की। पार्थिव ने सबसे आखिर में बल्लेबाजी की। पहले टेस्ट के लिये भारतीय टीम के चयन पर काफी चर्चा हुई। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने भी रहाणे और इशांत को बाहर रखने पर हैरानी जतायी। इनके बजाय रोहित शर्मा (दो पारियों में 21 रन) और जसप्रीत बुमराह (दो पारियों में 112 रन देकर चार विकेट) को उतारा गया। अब देखना होगा कि 13 जनवरी से सेंचुरियन में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिये रहाणे, राहुल और इशांत के नाम पर चर्चा होती है या नहीं।
इस बीच दक्षिण अफ्रीका के कोच ओटिस गिब्सन ने आगाह किया है कि डेल स्टेन की अनुपस्थिति के बावजूद पहले टेस्ट मैच की तरह उनके तेज गेंदबाज भारतीयों पर कोई रहम नहीं दिखाएंगे। उन्होंने कहा, जब आप घरेलू सरजमीं पर खेल रहे होते हैं तो अपने मजबूत पक्षों के साथ खेलते हो और अभी हमारे पास बहुत अच्छे तेज गेंदबाज हैं। मैं तेज गेंदबाजों को प्रश्रय देने वाला कोच हूं। इस श्रृंखला में और बाकी गर्मियों में हम इस पर गौर करेंगे कि किस तरह से हम अपने चार तेज गेंदबाजों को टीम में फिट कर सकें। दो नये तेज गेंदबाजों डुआने ओलिवर और लुंगी एनगिडी को टीम में लिया गया है जबकि आलराउंडर क्रिस मौरिस भी दूसरे टेस्ट मैच के लिये अंतिम एकादश में जगह बनाने की दौड़ में हैं। सेंचुरियन और वांडरर्स (जोहानिसबर्ग में तीसरे टेस्ट मैच का स्थल) में तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है। गिब्सन ने कहा, दोनों टीमों के पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं और सेंचुरियन को जितना मैं समझता हूं वहां की पिच से तेजी और उछाल मिलती है।
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