क्रिकेटर एबी डिविलियर्स सफल क्रिकेटरों में से एक रहे हैं। एबी डिविलियर्स ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेटों से संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया है। इन्होंने 2004 में जोहान्सबर्ग टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतराष्ट्रीय कैरियर की शुरूआत की थी। डिविलियर्स ने तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने कैरियर में हमेशा आगे ही बढ़ते गए।
दक्षिण अफ्रीका के लिए सौ से ज्यादा टेस्ट खेलने वाले और दोनों फॉर्मेटों मे पचास से ऊपर का औसत रखने वाले एबी अभी कुछ और साल क्रिकेट सकते थे। लेकिन एबी ने उन खास कारणों का खुलासा कर दिया, जिसकी वजह से उन्होंने इंटनेशनल क्रिकेट को बाए-बाए कह दिया।
दक्षिण अफ्रीका जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट, ओडीआई और टी 20 अंतराष्ट्रीय श्रृंखला खेलने के लिए तैयार है और डीविलियर्स के सन्यास की घोषणा टीम के लिए इस दौरे के लिए बड़ा झटका है। ए बी डीवीलीयर्स ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 114 टेस्ट मैच, 228 वनडे मैच और 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले है।
इनका प्रदर्शन सभी फॉर्मेट में काफी शानदार रहा है। इनके नाम 47 शतक दर्ज है।एबी ने अपने बयान में कहा कि मेरे लिए इस बात का चुनाव करना ठीक नहीं होगा कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए किस फॉर्मेट में खेलूं और किस में नहीं।
BREAKING NEWS: @ABdeVilliers17 calls time on sterling 14-year Proteas career. @StandardBankZA Proteas batsman, AB de Villiers, today announced he will retire from all forms of international cricket with immediate effect. #ABretires pic.twitter.com/bGRHe8tYCQ
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) May 23, 2018
एबी ने कहा कि मेरे लिए अभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलते रहने के बावजूद खेल से अलग होना एक मुश्किल फैसला है।भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार श्रृंखला के बाद मुझे लगता है कि यह खेल से अलग होने का सही समय है। एबी ने कहा कि हालिया सालों में मुझे दक्षिण अफ्रीकी कोचों और सहयोगी स्टॉफ से मिले समर्थन का शुक्रगुजार हूं।
I’ve made a big decision today pic.twitter.com/In0jyquPOK
— AB de Villiers (@ABdeVilliers17) May 23, 2018
मेरे करियर के दौरान सभी साथी खिलाड़ियों का शुक्रिया। इन साथी खिलाड़ियों के सहयोग के बिना मैं वैसा आधा खिलाड़ी भी नहीं बन पाता, जो मैं आज हूं।इस दौर के इस बेहतरीन बल्लेबाज ने कहा कि एक दिन हर चीज का अंत होता है। और अब यह बात मरे ऊपर लागू होती है। मेरा आगे विदेश में भी क्रिकेट खेलने का कोई इरादा नहीं है। उम्मीद है कि मैं घरेलू क्रिकेट में टाइटंस के लिए उपलब्ध रहूंगा।
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