भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज Sourav Ganguly किसी भी खिलाड़ी की प्रतिभा को पहचानने की काबिलियत रखते हैं। टीम चुनने की बात हो या फिर साझेदारी या रणनीति बनाने की बात हो गांगुली ने एक नेतृत्वकर्ता की बहुत अच्छे से भूमिका निभाई है। सौरभ गांगुली ने कई बार टीम इंडिया की जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एक इंटरव्यू में बताई थी पूरी कहानी
Sourav Ganguly ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपने रिस्क पर 2004 में धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा था। गांगुली को अपने इस फैसले पर आज भी गर्व होता है क्योंकि धोनी ने उन्हें निराश नहीं किया था।
इस फैसले से धोनी भी थे उस समय हैरान
Sourav Ganguly ने बताया, ‘जब धोनी 2004 में टीम में आए तो उन्होंने शुरुआती 2 मैचों में नंबर 7 पर बल्लेबाजी की। पाकिस्तान के खिलाफ होनेवाले मैच के लिए जब टीम की घोषणा हुई तब भी धोनी के लिए 7वां नंबर ही तय था। उस वक्त मैं अपने कमरे में बैठकर न्यूज देखते हुए सोच रहा था कि उन्हें (धोनी) एक खिलाड़ी कैसे बनाऊं, मुझे दिख रहा था कि उनमें क्षमता थी। अगली सुबह हम टॉस जीते और मैंने सोच लिया कि आज धोनी को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजूंगा और फिर जो होगा देखा जाएगा।’
Sourav Ganguly ने धोनी से कहा कि तैयार हो जाओ
Sourav Ganguly उस पल को याद करते हुए बताते हैं, ‘वह (धोनी) शॉर्ट्स में बैठे हुए थे, क्योंकि उन्हें पता था कि बैटिंग ऑर्डर में नंबर 7 उनका है। मैंने पास जाकर कहा एमएस आपको तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करनी है। उन्होंने पलटकर मुझसे पूछा, तो आप? मैंने कहां कि मैं चौथे पर आऊंगा।’
मैन ऑफ द मैच बने थे धोनी
Sourav Ganguly का वह प्रयोग बिल्कुल सफल रहा था। धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ उस मैैच में शानदार 148 रनों की पारी खेली थी। धोनी ने अपनी उस पारी में 15 चौके और 4 छक्के लगाए थे। पाकिस्तान के खिलाफ उस मैैच में भारत ने 58 रनों से जीत दर्ज कराई थी और उस मैच में धोनी मैन ऑफ द मैच बने थे।
इस सीन को फिल्म में भी दिखाया गया
महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर बनी फिल्म में भी यह सीन दिखाया गया था। फिल्म में एक सीन आता है जो बताता है कि गांगुली को टीम चुननी होती है तो वह धोनी को मौका देते हैं।