टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दूसरा टेस्ट मैच जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है और चौथी पारी में उम्मीद की जा रही है की 287 रन का लक्ष्य हासिल कर टीम इंडिया इस टेस्ट श्रंखला में 2-0 की बढ़त बनाने में कामयाब होगी।
भारत की शुरुआत ज्यादा ख़ास नहीं हुई है और पहले दो विकेट जल्दी ही गिर पर अभी उम्मीद कायम है। इस पूरे साल भारतीय टीम का रिकॉर्ड देखते हुए चिंता भी बनी हुई है कहीं भारतीय टीम की जीत का सपना टूट ना जाये।
अगर भारतीय टीम के इस साल के विदेशी दौरों पर नजर डालें तो टीम इंडिया चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करने में असफल ही रही है। साल के शुरुआत में टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका दौरे पर थी और केपटाउन टेस्ट में जब अंतिम पारी में टीम इंडिया महज 208 रन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पायी थी और 135 रन पर ही ढेर हो गई थी।
इसके बाद सेंचुरियन टेस्ट में टीम इंडिया 287 रन का लक्ष्य हासिल करने में नाकामयाब रही और मात्र 151 रन ही बना पाई। टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के चलते दक्षिण अफ्रीका ने केपटाउन टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन टेस्ट 135 रन से जीत लिया था।
इंग्लैंड दौरे पर भी टीम इंडिया की नाकामी ने हराया।
बर्मिंघम टेस्ट में जब टीम इंडिया को मैच जीतने के लिए 194 रन का लक्ष्य मिला तब दिग्गज बल्लेबाजों से सजी भारतीय बैटिंग लाइनअप 162 रन पर ढेर हो गयी थी। इसके बाद लॉर्ड्स टेस्ट में भी टीम इंडिया को पारी और 159 रन करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
बर्मिंघम में भारतीय टीम 194 रन के टारगेट को भी पाने में नाकाम रही थी। दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सिर्फ 162 रन पर ही सिमट गए। लॉर्ड्स टेस्ट में तो भारत दोनों पारी में मिलाकर भी इंग्लैंड के 396 रन नहीं बना पाया।
मैच में पारी और 159 रन की शर्मनाक हार मिली। साउथम्पटन टेस्ट में भी भारतीय टीम को जब मैच जीतने के लिए 245 रन बनाने थे तो टीम इंडिया की चौथी पारी 184 रन पर ढह गयी और इंग्लैंड ये मैच भी जीत गया।
आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम ने लड़ने का जज़्बा दिखाया पर 464 रन का लक्ष्य पहाड़ सरीखा साबित हुआ टीम इंडिया 345 रन पर आल आउट हो गयी और भारत को एक बार फिर हार का मुंह देखना पड़ा।
चौथी पारी में टीम इंडिया की कुछ बड़ी विजय
भारतीय टीम की लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत है साल 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जब भारत ने 403 रन के विशाल लक्ष्य को हासिल किया था।
श्रीलंका के खिलाफ साल 2010 में भारत ने 257 रन को आसानी से हासिल कर लिया था और जहाँ तक ऑस्ट्रेलिया की बात है तो साल 2003 में भारतीय टीम ने 230 रन का लक्ष्य जीत हासिल की थी।