भारत देश में लोगों का सबसे पसंदीदा खेल क्रिकेट है। लोग भी Cricketers को बहुत ज्यादा प्यार और सम्मान देते हैं। भारतीय टीम में अब तक जितने भी खिलाड़ी हैं वह अपनी मेहनत और लगन की वजह से उस मौकाम तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं।
लेकिन हमारे देश में कुछ ऐसे भी क्रिकेटर्स हैं जो अपने पिता के नाम केदम पर स्टेट लेवल तक क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे लेकिन वह नेशनल लेवल तक कभी भी नहीं पहुंच पाए हैं।
हम आज आपको कुछ ऐसे ही Cricketers के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं कि वो कौन से क्रिकेटर्स हैं-
1. सार्थक रंजन
बिहार के दिग्गज नेता और सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन की बात करें तो जब उन्हें दिल्ली की टीम में जगह देनी थी तो उनकी जगह अंडर-19 वल्र्ड कप जिताने वाले Cricketer को बाहर निकाल कर उन्हें टीम में लिया गया था।
पप्पू यादव के नाम की वजह से उनके बेटे को दिल्ली की टीम में जगह मिली थी। लेकिन इसके बाद इस मामले पर बहुत विवाद हुआ जिसके बाद सार्थक रंजन को टीम से बाहर कर दिया गया।
2. तेजस्वी यादव
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और रेलमंत्री लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की बात करें तो उन्हें भी अपने पिता के नाम की वजह से आईपीएल की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स में जगह मिली थी।
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में चुने जाने के बाद भी तेजस्वी यादव को 3 साल तक एक भी मैच नहीं खिलाया गया था। जिसके बाद तेजस्वी ने क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कह कर राजनीति में अपना कदम रखा।
3. जयदेव शाह
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष निरंजन शाह के बेटे जयदेव साल की बात करें तो उन्हें उनके पिता के रुतबे के बदौलत आईपीएल की कई टीमों ने खरीदा। आपको बता दें कि उनके पिता की रुतबे की वजह से ही डेक्कन चार्जर्स राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस जैसी टीमों ने उन्हें खरीदा परंतु कभी भी किसी भी मैच में नहीं खेल पाए। किसी मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाने वाले जयदेव शाह आज भी स्टेट लेवल टूर्नामेंट खेला करते हैं।