भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई हुई है। भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रिका के खिलाफ टेस्ट मैच की सीरिच में 2 टेस्ट खेलें हैं जो दोनों ही हार चुकी है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कार ने भारतीय क्रिकेट टीम की इस शर्मनाक हार के बाद यह बोला है कि अगर महेंद्र सिंह धोनी होते तो भारत टीम की ऐसी हालात बिल्कुल भी नहीं होती।
बता दें कि टेस्ट सीरिज का तीसरा और आखिरी मैच कल यानि 24 जनवरी को खेला जाएगा। इस टेस्ट मैच में धोनी तो नहीं खेल रहे हैं लेकिन दिनेश कार्तिक वीकेटकीपर के तौर पर खेलेंगे। दिनेश कार्तिक बल्लेबाज के तौर पर भी खेलेंगे।
अक्सर आपने देखा होगा कि धोनी मैच के दौैरान मैदान पर काफी शांत रहते हैं। धोनी अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। भारतीया टीम के कप्तान विराट कोहली अपने गुस्से के लिए जाने जाते हैं। वह अपना गुस्सा मैदान पर बिल्कुल भी नहीं छुपता है।
अगर धोनी की बात करें तो वह कप्तानी के दिनों में वह खिलाडिय़ों को उनकी खराब फील्डिंग और गेंदबाजी के बावजूद भी वह उन खिलाडिय़ों पर बिल्कुल भी गुस्सा नहीं करते थे। लेकिन हम आपके सामने ऐसे 3 मौकों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर धोनी भी क्रिकेट के मैदान पर गुस्सा करते हुए दिखाई दिए हैं।
बांग्लादेशी गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को धक्का देकर गिराया
2015 में बांग्लादेश ने भारतीय टीम को एक मैच में जीत के लिए 309 रनों का लक्ष्य दिया था। उस मैच में जब भारतीय टीम रनों का पीछा कर रही थी तब 25वां ओवर कर रहे मुस्तफिजुर रहमान का यह पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे थे। इसी दौरान उनकी एक गेंद को धोनी ने मिड ऑफ की ओर खेल दिया था और फिर रन लेने के लिए दौड़ पड़े थे।
लेकिन जब धोनी रन ले रहे थे तो उनके बीच में मुस्तफिजुर बीच में आ गए थे। धोनी ने अपनी कोहनी से जोरदार धक्का दिया जिससे कि वह उन्हें वहां से हटाना चाहते थे। उसके बाद वह जमीन पर गिर गए। मैच के बाद धोनी को उनके गुस्से और अनुचित व्यवहार के चलते मैच फीस की 75 फीसदी जुर्माना देना पड़ा था।
विश्व कप 2011 फाइनल में युवराज पर गुस्सा
साल 2011 के विश्व कप फाइनल मैच में जब धोनी 91 रनों की शानदार पारी खेल रहे थे। उस फाइनल मैच में जब टीम इंडिया को जीत के लिए 22 गेंदों पर 22 रनों की जरूरत थी तब धोनी हर एक रन तेजी से भाग कर ले रहे थे। तभी एक गेंद पर धोनी ने स्ट्रेट शॉट मारकर तेजी से भागते हुए 2 रन लेना चाह रहे थे, लेकिन युवराज इसके लिए तैयार नहीं थे। जिसके बाद दूसरा रन पूरा न हो पाने के बाद उन्होंने युवराज पर गुस्सा दिखाया था।
स्टम्प के फैसले के बाद अंपायरों से उलझे
साल 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे मैच खेला जा रहा था, जब ऑस्ट्रेलिया के माइकल हसी को 29वें ओवर में सुरेश रैना की गेंद पर स्टम्प आउट किया तो थर्ड अंपायर ने हसी को आउट दे दिया।
लेकिन बाद में जब हसी पवैलियन वापस लौटने लगे तो मैदानी अंपायरों ने उनको वापस बुला लिया। इस बारे में मैदानी अंपायर ने माना कि हसी नॉट आउट थे, स्क्रीनबोर्ड पर गलती से उन्हें आउट करार दे दिया गया। इसके बाद धोनी अंपायरों से उलझ गए और काफी देर तक बहस करते रहे।
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